गुरुग्राम। मनी लॉन्ड्रिंग का भय दिखाकर साइबर ठगों ने एक महिला से करीब एक लाख रुपये ठग लिए। आरोपी ने फर्जी मुंबई पुलिस क्राइम ब्रांच का अधिकारी बनकर वारदात को अंजाम दिया। आरोपियों ने उसे वीडियो कॉल पर तीन दिन तक रखा। पुलिस केस दर्ज कर मामले की जांच कर रही है।
सेक्टर-46 निवासी परिधि जैन ने पुलिस में दी शिकायत में बताया कि 22 जुलाई को एक फोन कॉल आया था। आरोपी ने कहा कि मोबाइल नंबर को निलंबित कर दिया जाएगा क्योंकि मुंबई में उनके आधार आईडी के तहत एक नया सिम कार्ड जारी किया गया था। इस नए नंबर का इस्तेमाल कथित तौर पर लोगों को परेशान करने और मनी लॉन्ड्रिंग गतिविधियों में शामिल होने के लिए किया जा रहा है। इसके बाद उसकी बात किसी अन्य व्यक्ति से ट्राई अधिकारी बताकर कराई गई।
पीड़िता का कहना है कि आरोपी ने सहायता के लिए कॉल को साइबर सेल मुंबई में स्थानांतरित कर दिया। आरोपी ने खुद को साइबर अपराध इकाई के इंस्पेक्टर प्रदीप सावंत बताया था। आरोपी ने जांच के नाम पर उसे वीडियो कॉल से जोड़ा। आरोपी ने चेतावनी दी कि अगले 3 दिनों तक उनके साथ वीडियो कॉल पर रहना होगा। इसके अलावा उन्होंने पूछा कि सोना खरीदा है, जिसका सकारात्मक जवाब दिया। फिर उन्होंने दावा किया कि सोने को जब्त नहीं कर सकते और उसकी राशि बैंक खाते में जमा करने का निर्देश दिया। आरोपियों ने कई बार में 1,09,000 रुपये अलग-अलग खाते में ट्रांसफर करा लिए। इसके बाद मोबाइल बंद कर लिया। ब्यूरो
Gurugram News: महिला को डिजिटल अरेस्ट कर एक लाख ठगे