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इंडियन मेडिकल एसोसिएशन के डॉक्टरों ने निकाला पैदल मार्च,
कोलकाता में ट्रेनी डॉक्टर की हत्या का किया विरोध
संवाद न्यूज एजेंसी
गुरुग्राम। कोलकाता में एक ट्रेनी डॉक्टर के साथ हुई दरिंदगी और हत्या के विरोध में आईएमए के आह्वान पर शनिवार को शहर के निजी अस्पतालों में ओपीडी सेवा ठप रही। ऐसे में मरीजों को इधर-उधर भटकना पड़ा। घटना के विरोध में डॉक्टरों ने शहर में पैदल मार्च भी निकाला। पैदल मार्च सिविल लाइंस स्थित स्वतंत्रता सेनानी हॉल से शुरू होकर सदर बाजार स्थित डाकखाने से होते हुए वापस स्वतंत्रता सेनानी हॉल पर ही समाप्त हुआ। आईएमए के डॉक्टरों के साथ ही इस मार्च में रेडियोलॉजी एसोसिएशन, नेशनल इंटिग्रेटेड मेडिकल एसोसिएशन सहित अन्य निजी अस्पतालों के डॉक्टर भी शामिल हुए।
निजी अस्पतालों द्वारा नोटिस लगा कर मरीजों को पहले ही ओपीडी बंद होने की सूचना दे दी गई थी। अस्पतालों के प्रतीक्षालय में सन्नाटा पसरा रहा वहीं डॉक्टर के केबिन भी खाली दिखाई दिए। हड़ताल में 80 से ज्यादा नर्सिंग होम, 150 क्लीनिक और 25 से ज्यादा लैबों के टैक्निशियन, डॉक्टर आदि शामिल हुए। इससे करीब 2000 से ज्यादा मरीजों को परेशानी हुई।
खांडसा रोड स्थित ज्योति अस्पताल पहुंचे एक मरीज कमल ने बताया कि ओपीडी ठप होने के संबंध में उसे सूचना नहीं थी। वह एक्सरे कराने आए थे, परंतु यहां सन्नाटा पसरा देखकर वापस जाना पड़ रहा है। इसके अलावा पुष्पांजलि अस्पताल में भी सन्नाटा पसरा रहा। यहां भी मरीज वापस लौट गए। एक मरीज सुमन ने बताया कि वह अपने जोड़ों के दर्द का इलाज कराने आई थी परंतु डॉक्टरी परामर्श नहीं मिल पाया। बता दें कि जिले में आईएमए के करीब 1100 डॉक्टर है। ज्यादातर डॉक्टर निजी अस्पतालों के हैं।
कार्य स्थल पर महिलाओं की सुरक्षा की मांग
विरोध प्रदर्शन के दौरान डॉक्टरों ने कार्य स्थल पर महिलाओं की सुरक्षा को सुदृढ़ करने, कोलकाता की घटना के गुनहगारों के खिलाफ सख्त से सख्त कार्रवाई करने और महिलाओं के काम करने के समय को तय करने की भी मांग की। डॉक्टरों ने बताया कि पीजी की छात्रा के साथ हुई घटना के विरोध में आईएमए ने 24 घंटे के लिए सेवाएं स्थगित करने का निर्णय लिया था। सेवाएं स्थगन में ओपीडी सेवाएं, इलेक्टिव सर्जरी सेवाएं स्थगित की गईं, जबकि इमरजेंसी में आने वाले मरीजों का इलाज किया गया।
इन अस्पतालों के डॉक्टर हुए शामिल
प्रदर्शन में खांडसा रोड स्थित ज्योति अस्पताल, सिविल लाइंस स्थित पुष्पांजलि, आर्टिमिस, मेंदाता, सीके बिरला, मणिपाल, आरवी, पारस, पार्क, शीतला, रॉकलैंड सहित शहर के अन्य कई निजी अस्पतालों के डॉक्टरों ने भाग लिया। जिसके कारण मरीजों को ओपीडी की सुविधा नहीं मिल पाई।
बातचीत
आईएमए द्वारा राष्ट्रव्यापी विरोध प्रदर्शन का आह्वान किया गया। आईएमए की मांग है कि आरोपियों के खिलाफ सख्त से सख्त कार्रवाई की जाएं । वहीं कार्य स्थल को महिलाओं के लिए सुरक्षित बनाया जाए। – डॉ. अजय शर्मा, जिलाध्यक्ष, आईएमए।
कोलकाता में ट्रेनी डॉक्टर के साथ हुई घटना निंदनीय है। हमारे देश में कानून तो बनाए जाते हैं तो लेकिन उनका क्रियान्वयन सख्ती से नहीं हो पाता है। आरोपियों को कड़ी से कड़ी से सजा मिलनी चाहिए। – डॉ. एनपीएस वर्मा, सदस्य, आईएमए।
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Gurugram News: आईएमए की हड़ताल से ओपीडी ठप…अस्पतालों में भटकते रहे मरीज