Gurugram: बुजुर्ग को बंधक बनाकर लूटपाट करने वाले तीन बदमाश गिरफ्तार, पुलिस से बचने के लिए अपनाया ये तरीका


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गुरुग्राम के सेक्टर-57 इलाके में रहने वाली बुजुर्ग महिला को बंधक बनाकर उनसे लूटपाट करने के आरोपी तीन बदमाशों को सिकंदरपुर अपराध शाखा ने गांव उल्हावास के नजदीक से गिरफ्तार किया है। आरोपियों की पहचान मोहम्मद अंजार, नजीमुल उर्फ साजन उर्फ इसाक शेख उर्फ पवन सिंह व हासिम अंसारी के रूप में की गई है। 

एसीपी क्राइम प्रीतपाल सांगवान ने बताया कि मोहम्मद अंजार व हासिम अंसारी पीड़ित के घर पर चल रहे मकान नवीनीकरण में मजदूरी का काम करते थे। ये जब मजदूरी मांगते तो पीड़िता या उसके पति इन्हें 2000 के नोट के रूप में इनकी मजदूरी देते थे। ऐसे में इन्होंने अनुमान लगाया कि बुजुर्ग दंपती के पास बहुत पैसे हैं। आरोपी यह भी जानते थे कि दंपती अकेले ही मकान में रहते हैं तो इन्होंने लूट की योजना बनाई।

योजना के मुताबिक, इन्होंने फोन करके अपने अन्य साथियों नजीमुल उर्फ साजन उर्फ इसाक शेख उर्फ पवन सिंह को मुंबई से व एक अन्य साथी सैफुल व अपने एक और दोस्त सलमान उर्फ अशरफ को बुला लिया। ये सभी लोहे की सब्बल (भारी रॉडनुमा) व एक पेचकश लेकर 2 अगस्त को सुबह करीब 03:30 बजे के करीब महिला के घर में पीछे से दाखिल हुए और घर में घुसकर वृद्धा को बंधक बनाकर उसके हाथों में पहने सोने के कड़े व दो मोबाइल लूटकर भाग गए।

पुलिस से बचने का ये था तरीका
पुलिस पूछताछ में आरोपियों ने बताया कि ये अपने साथ चाकू, पिस्तौल इत्यादि हथियार लेकर नहीं चलते थे क्योंकि इन्हें पता था कि गुरुग्राम पुलिस हथियारों की सख्ती से जांच कर रही है। ऐसे में अपने साथ लोहे की रॉड व पेचकस लेकर ही चलते थे। ताकि पुलिस इन्हे पकड़े तो ये खुद को मिस्त्री या मजदूर बताकर बच सकें। आरोपियों के कब्जे से वारदात में प्रयोग की गई 1 लोहे की सब्बल (रॉड) बरामद की गई है। 

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गुरुग्राम के सेक्टर-57 इलाके में रहने वाली बुजुर्ग महिला को बंधक बनाकर उनसे लूटपाट करने के आरोपी तीन बदमाशों को सिकंदरपुर अपराध शाखा ने गांव उल्हावास के नजदीक से गिरफ्तार किया है। आरोपियों की पहचान मोहम्मद अंजार, नजीमुल उर्फ साजन उर्फ इसाक शेख उर्फ पवन सिंह व हासिम अंसारी के रूप में की गई है। 

एसीपी क्राइम प्रीतपाल सांगवान ने बताया कि मोहम्मद अंजार व हासिम अंसारी पीड़ित के घर पर चल रहे मकान नवीनीकरण में मजदूरी का काम करते थे। ये जब मजदूरी मांगते तो पीड़िता या उसके पति इन्हें 2000 के नोट के रूप में इनकी मजदूरी देते थे। ऐसे में इन्होंने अनुमान लगाया कि बुजुर्ग दंपती के पास बहुत पैसे हैं। आरोपी यह भी जानते थे कि दंपती अकेले ही मकान में रहते हैं तो इन्होंने लूट की योजना बनाई।

योजना के मुताबिक, इन्होंने फोन करके अपने अन्य साथियों नजीमुल उर्फ साजन उर्फ इसाक शेख उर्फ पवन सिंह को मुंबई से व एक अन्य साथी सैफुल व अपने एक और दोस्त सलमान उर्फ अशरफ को बुला लिया। ये सभी लोहे की सब्बल (भारी रॉडनुमा) व एक पेचकश लेकर 2 अगस्त को सुबह करीब 03:30 बजे के करीब महिला के घर में पीछे से दाखिल हुए और घर में घुसकर वृद्धा को बंधक बनाकर उसके हाथों में पहने सोने के कड़े व दो मोबाइल लूटकर भाग गए।

पुलिस से बचने का ये था तरीका

पुलिस पूछताछ में आरोपियों ने बताया कि ये अपने साथ चाकू, पिस्तौल इत्यादि हथियार लेकर नहीं चलते थे क्योंकि इन्हें पता था कि गुरुग्राम पुलिस हथियारों की सख्ती से जांच कर रही है। ऐसे में अपने साथ लोहे की रॉड व पेचकस लेकर ही चलते थे। ताकि पुलिस इन्हे पकड़े तो ये खुद को मिस्त्री या मजदूर बताकर बच सकें। आरोपियों के कब्जे से वारदात में प्रयोग की गई 1 लोहे की सब्बल (रॉड) बरामद की गई है। 

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