Gurugram: फार्म हाउस में नियमों की धज्जियां उड़ाकर होती हैं पार्टियां, पार्टी करने गुरुग्राम आते हैं लोग


सांकेतिक तस्वीर

सांकेतिक तस्वीर
– फोटो : संवाद न्यूज एजेंसी

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दिल्ली से सटे गुरुग्राम की अरावली के फार्म हाउसों में होने वाली पार्टियों में रईसजादे अपने को सुरक्षित समझते हैं। यही कारण है कि मानकों की धज्जियां उड़ाकर इनके भीतर खुलेआम पार्टियां की जाती हैं। मौज-मस्ती करने आने वालों को यहां पर नशा परोसा जाता है। जिसका असर आए दिन देखने को मिलता है। कमिश्नरेट की पुलिस की नाक के नीचे यह सब होता है।

दिल्ली व एनसीआर में रहने वाले लोग इन फार्म हाउस में आते हैं और पार्टी करके वापस चले जाते हैं। पुलिस को इसकी भनक तक नहीं लगती है। किसी तरह का हादसा होने के बाद पुलिस को पता चलता है। सूत्रों की माने तो इन फार्म हाउसों में होने वाली पार्टी में नशे का भी कारोबार होता है। बिना अनुमति के यहां पर शराब परोसी जाती है। कुछ स्थानों पर तो सूखे नशे को पार्टी के हिसाब से उपलब्ध कराया जाता है।

 

भोंडसी थाना क्षेत्र के एक फार्म हाउस में आठ दिन पहले दिल्ली विश्वविद्यालय के छात्रों की एक पार्टी हुई थी। जिसका विश्वविद्यालय से कोई लेना देना नहीं था। इसमें एक छात्र की स्वीमिंग पूल में डूबने से मौत हो गई। जांच के दौरान पता चला है कि पार्टी करने वालों ने नशे का सेवन भी कर रखा था। यहां पर पार्टी मनाने का आलम यह है कि वीकेंड यानी शनिवार व रविवार को इनकी भीड़ को आसानी से देखा जा सकता है।

 

मानक के विपरीत होती हैं पार्टी

गुरुग्राम-फरीदबाद रोड पर गुरुग्राम सीमा शुरू होते ही बने फार्म हाउस को इन पार्टियों के लिए इस्तेमाल किया जाता है। बादशाहपुर, सोहना, भोंडसी व मानेसर के क्षेत्र में बने फार्म हाउस में इस तरह की गतिविधियों को अंजाम दिया जाता है। पड़ोस के फार्म हाउस संचालक को पता भी नहीं होता है कि वहां पर क्या हो रहा है। इन फार्म हाउस में क्या हो रहा है इसकी खबर तो पुलिस को होती है, मगर उनके पास कोई एक्ट नहीं है कि बिना शिकायत कोई कार्रवाई करे। पुलिस अधिकारियों की माने तो फार्म हाउस के भीतर कौन क्या कर रहा है। इसके बारे में क्या किया जा सकता है।

 

पुलिस की कार्रवाई का असर आता है नजर

बीते दिनों उद्योग विहार के एक पब में पुलिस ने छापामारी की थी। इसका असर अब भी शहर के अन्य पब व बार में नजर आता है। पब संचालकों को यह डर सताता है कि पुलिस कब अनियमितता के आधार पर छापेमारी कर देगी। इस मामले में पुलिस ने पार्टी में शामिल 280 लोगों को सैंपल लिया था। जिसका परिणाम अब तक नहीं आया है। पुलिस की इस छापेमारी के बाद फार्म हाउस के भीतर की पार्टी सुरक्षित मानी जाती है।

 

पुलिस के पास फार्म हाउस में पार्टी को लेकर किसी भी अनियमितता की शिकायत मिलती है तो स्थानीय पुलिस उसके खिलाफ कानूनी कार्रवाई करती है। पुलिस की ओर से इन फार्म हाउस में चलने वाली गतिविधियों पर नजर रखी जा रही है। अगर किसी प्रकार की शिकायत है तो वह पुलिस से संपर्क करें। – प्रीतपाल सांगवान, एसीपी क्राइम, गुरुग्राम।

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