Gulam Nabi Azad Resign: उम्मीद नहीं थी आजाद ऐसा पत्र लिखेंगे, सीएम गहलोत बोले- उनकी पहचान कांग्रेस से


ख़बर सुनें

कांग्रेस के वरिष्ठ नेता गुलाम नबी आजाद ने पार्टी से इस्तीफा दे दिया है। इसे लेकर अब राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत का बयान सामने आया है। उन्होंने कहा कि कि आज संजय गांधी के ही प्रोडक्ट हैं। उनके लगाए आरोप नए नहीं है, इंदिरा गांधी पर भी इस तरह के आरोप लगे थे। 

सीएम गहलोत ने कहा कि जब संजय गांधी फैसले लेते थे तो मुझे भी ठीक नहीं लगते थे, पर मैं एनएसयूआई में काम करता रहा। मेरी तरह  बहुत से लोग ऐसे थे जो संजय गांधी के फैसलों से इत्तफाक नहीं रखते थे। गुलाम नबी आजाद संजय गांधी के बहुत करीबी रहे हैं। उन्होंने पार्टी में कई पदों पर कार्य किया। किसी को उम्मीद नहीं थी कि वह ऐसा पत्र लिखेंगे।

उन्होंने कहा कि आज राहुल गांधी का दौर है। कांग्रेस पार्टी को आगे बढ़ाने की उनकी अपनी सोच है। हमने 40 साल तक संजय गांधी और इंदिरा जी के साथ उनके तरीके से काम किया है। गुलाम नबी आजाद मेरे 42 साल पुराने मित्र हैं, मुझे बुरा लग रहा है। इंदिरा गांधी और संजय गांधी ने कश्मीर जाकर उनकी शादी में शामिल हुए थे। इसके बाद कांग्रेस के साथ उनका सफर शुरू हुआ था। पार्टी ने उन्हें हर पद दिया, वह हर पद पर रहे।

गहलोत ने कहा, कांग्रेस और हाई कमान ने कभी भी कोई कसर नहीं छोड़ी, आज हमारी जो भी पहचान है वह कांग्रेस और हाई कमान के कारण है। नहीं तो 135 करोड़ के देश में कौन किसको जानता है। कुछ चुनिंदा लोगों को ही चांस मिलता है, हाई कमान के आगे बड़ी चुनौती होती है कि किसे चुने और किसे छोड़े। 

उन्होंने कहा कि आज देश में चुनिंदा 100 लोगों में से हम हैं, जिसमें गुलाम नवीं भी एक थे, अगर हाई कमान नहीं चुनता तो क्या आज वह होते। यह बचकानी बाते हैं। संजय गांधी के टाइम पर भी हम सब थे, टिप्पणी उस समय भी होती थी पर चांस सभी को मिला जो पसंद करते थे और जो नहीं करते थे। मैं सदमे मैं हूं कि एक व्यक्ति जिसे 42 साल मैं सबकुछ मिला, जिसकी पहचान कांग्रेस से हो वह ऐसा कर रहा है। यह ठीक नहीं है। 

विस्तार

कांग्रेस के वरिष्ठ नेता गुलाम नबी आजाद ने पार्टी से इस्तीफा दे दिया है। इसे लेकर अब राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत का बयान सामने आया है। उन्होंने कहा कि कि आज संजय गांधी के ही प्रोडक्ट हैं। उनके लगाए आरोप नए नहीं है, इंदिरा गांधी पर भी इस तरह के आरोप लगे थे। 

सीएम गहलोत ने कहा कि जब संजय गांधी फैसले लेते थे तो मुझे भी ठीक नहीं लगते थे, पर मैं एनएसयूआई में काम करता रहा। मेरी तरह  बहुत से लोग ऐसे थे जो संजय गांधी के फैसलों से इत्तफाक नहीं रखते थे। गुलाम नबी आजाद संजय गांधी के बहुत करीबी रहे हैं। उन्होंने पार्टी में कई पदों पर कार्य किया। किसी को उम्मीद नहीं थी कि वह ऐसा पत्र लिखेंगे।

उन्होंने कहा कि आज राहुल गांधी का दौर है। कांग्रेस पार्टी को आगे बढ़ाने की उनकी अपनी सोच है। हमने 40 साल तक संजय गांधी और इंदिरा जी के साथ उनके तरीके से काम किया है। गुलाम नबी आजाद मेरे 42 साल पुराने मित्र हैं, मुझे बुरा लग रहा है। इंदिरा गांधी और संजय गांधी ने कश्मीर जाकर उनकी शादी में शामिल हुए थे। इसके बाद कांग्रेस के साथ उनका सफर शुरू हुआ था। पार्टी ने उन्हें हर पद दिया, वह हर पद पर रहे।

गहलोत ने कहा, कांग्रेस और हाई कमान ने कभी भी कोई कसर नहीं छोड़ी, आज हमारी जो भी पहचान है वह कांग्रेस और हाई कमान के कारण है। नहीं तो 135 करोड़ के देश में कौन किसको जानता है। कुछ चुनिंदा लोगों को ही चांस मिलता है, हाई कमान के आगे बड़ी चुनौती होती है कि किसे चुने और किसे छोड़े। 

उन्होंने कहा कि आज देश में चुनिंदा 100 लोगों में से हम हैं, जिसमें गुलाम नवीं भी एक थे, अगर हाई कमान नहीं चुनता तो क्या आज वह होते। यह बचकानी बाते हैं। संजय गांधी के टाइम पर भी हम सब थे, टिप्पणी उस समय भी होती थी पर चांस सभी को मिला जो पसंद करते थे और जो नहीं करते थे। मैं सदमे मैं हूं कि एक व्यक्ति जिसे 42 साल मैं सबकुछ मिला, जिसकी पहचान कांग्रेस से हो वह ऐसा कर रहा है। यह ठीक नहीं है। 

.


What do you think?

Rajasthan Weather Update: प्रदेश में तीन दिन तेज बारिश का अलर्ट नहीं, कुछ जिलों में हो सकती है बूंदाबांदी

पंजाब में आतंकी अलर्ट: सीमावर्ती क्षेत्रों में 24 घंटे लगेंगे सशस्त्र नाके, क्यूआरटी टीमें भी रहेंगी तैनात