गोल्डी बराड़ के खिलाफ फरीदकोट में दर्ज दो अलग-अलग मामलों में रेड कॉर्नर नोटिस जारी करने का अनुरोध किया गया था। पंजाब पुलिस का दावा है कि 19 मई को सीबीआई को प्रस्ताव भेजा था जिसके 10 दिन बाद मूसेवाला की हत्या कर दी गई। हालांकि सीबीआई ने इसका खंडन किया है। सीबीआई का कहना है कि मूसेवाला की हत्या के एक दिन बाद 30 मई को गोल्डी बराड़ के खिलाफ रेड कॉर्नर नोटिस जारी करने का अनुरोध प्राप्त हुआ था।
स्टूडेंट वीजा पर कनाडा गया था गोल्डी बराड़
पंजाब के श्री मुक्तसर साहिब निवासी गोल्डी बराड़ साल 2017 में छात्र वीजा पर कनाडा गया था और वह लॉरेंस बिश्नोई गिरोह का सक्रिय सदस्य है। बराड़ के खिलाफ नवंबर 2020 और फरवरी 2021 में हत्या, हत्या के प्रयास और शस्त्र अधिनियम के तहत दो मामले दर्ज किए गए थे। मूसेवाला की हत्या पिछले साल हुई युवा अकाली नेता विक्की मिड्डुखेड़ा की हत्या का बदला बताई जा रही है।
मानसा में हुई थी मूसेवाला की हत्या
सिद्धू मूसेवाला की 29 मई रविवार को पंजाब के मानसा जिले में अज्ञात हमलावरों ने गोली मारकर हत्या कर दी थी। पंजाब सरकार की ओर से उनकी सुरक्षा वापस लिए जाने के एक दिन बाद यह घटना हुई थी।
रेड कॉर्नर नोटिस क्या होता है?
रेड कॉर्नर नोटिस विदेश भागे व्यक्ति की गिरफ्तारी और हिरासत की अनुमति देता है। इसका मकसद सभी सदस्य देशों को यह सूचना देना होता है कि किसी खास शख्स के खिलाफ उसके देश में अरेस्ट वॉरंट जारी हो चुका है। रेड कॉर्नर नोटिस ऐसे व्यक्ति को ढूंढने या फिर उसे अस्थायी रूप से गिरफ्तार करने के लिए जारी किया जाता है, जिसके ऊपर कोई आपराधिक मामला दर्ज किया गया हो। ये दुनियाभर के देशों को उस व्यक्ति के अपराध से अवगत कराता है और अलर्ट भी करता है।
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