
भारत के वित्तीय बाजारों में एक नया मील का पत्थर स्थापित हुआ है. GIFT City में स्थित NSE इंटरनेशनल एक्सचेंज (NSE IX) पर ट्रेड होने वाले डेरिवेटिव कॉन्ट्रैक्ट GIFT Nifty ने मई 2025 में 102.35 बिलियन डॉलर (करीब 8.75 लाख करोड़ रुपये) का मंथली टर्नओवर हासिल किया, जो इसका अब तक का सबसे बड़ा आंकड़ा है. इससे पहले अप्रैल 2025 में 100.93 बिलियन डॉलर का रिकॉर्ड बना था, जिसे अब पीछे छोड़ दिया गया है.
GIFT Nifty का शानदार सफर
3 जुलाई 2023 से पूर्ण पैमाने पर ऑपरेशन शुरू करने के बाद से GIFT Nifty का कुल टर्नओवर 1.93 ट्रिलियन डॉलर पहुंच गया है. मई 2025 तक 43.28 मिलियन से ज्यादा कॉन्ट्रैक्ट्स पर ट्रेडिंग हुई है. NSE IX ने एक बयान में कहा, “हम GIFT Nifty की इस सफलता से खुश हैं और सभी प्रतिभागियों का आभार व्यक्त करते हैं, जिन्होंने इसे एक सफल प्रोडक्ट बनाया.”
भारतीय रिटेल निवेशकों के लिए क्या है स्थिति?
हालांकि GIFT Nifty ने वैश्विक स्तर पर धूम मचाई है, लेकिन भारतीय रिटेल निवेशक अभी भी इस प्लेटफॉर्म का सीधा फायदा नहीं उठा सकते. RBI के लिबरलाइज्ड रेमिटेंस स्कीम (LRS) के तहत, भारतीय निवेशक अपने 250,000 डॉलर (2 करोड़ रुपये से ज्यादा) के वार्षिक लिमिट का इस्तेमाल फ्यूचर्स & ऑप्शंस (F&O) जैसे लेवरेज्ड ट्रेडिंग में नहीं कर सकते.
हालांकि, भारतीय ब्रोकरेज फर्में और उनकी सहायक कंपनियां इस प्लेटफॉर्म पर NRI क्लाइंट्स और हाई-नेट-वर्थ इंडियन फैमिली ऑफिसेज को ऑनबोर्ड कर सकती हैं और उनकी ओर से ट्रेडिंग कर सकती हैं.
GIFT City का वैश्विक वित्तीय केंद्र है NSE IX

NSE IX की स्थापना 5 जून 2017 को हुई थी और यह इंटरनेशनल फाइनेंशियल सर्विसेज सेंटर्स अथॉरिटी (IFSCA) के नियमन में काम करता है. GIFT IFSC में इसका 99 फीसदी से ज्यादा मार्केट शेयर है. यहां इंडियन सिंगल स्टॉक और इंडेक्स डेरिवेटिव्स, करेंसी डेरिवेटिव्स, डिपॉजिटरी रिसीट्स और ग्लोबल इक्विटीज जैसे कई प्रोडक्ट्स उपलब्ध हैं. इसके अलावा, ESG-लिंक्ड डेट इंस्ट्रूमेंट्स, SPACs, REITs और InvITs की लिस्टिंग भी की जा सकती है.
अमेरिकी निवेशकों को भी मिली अनुमति
GIFT Nifty को अमेरिकी वित्तीय नियामकों CFTC और SEC से भी मंजूरी मिल चुकी है, जिससे U.S. बेस्ड निवेशक भी इस प्लेटफॉर्म पर डेरिवेटिव प्रोडक्ट्स में ट्रेड कर सकते हैं.
GIFT Nifty की यह उपलब्धि भारत को एक वैश्विक वित्तीय हब के रूप में स्थापित करने की दिशा में एक बड़ा कदम है. जैसे-जैसे और अंतरराष्ट्रीय निवेशक जुड़ेंगे, भारतीय बाजारों में और भी तेजी आने की उम्मीद है.
डिस्क्लेमर: (यहां मुहैया जानकारी सिर्फ सूचना हेतु दी जा रही है. यहां बताना जरूरी है कि मार्केट में निवेश बाजार जोखिमों के अधीन है. निवेशक के तौर पर पैसा लगाने से पहले हमेशा एक्सपर्ट से सलाह लें. ABPLive.com की तरफ से किसी को भी पैसा लगाने की यहां कभी भी सलाह नहीं दी जाती है.).
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Source: https://www.abplive.com/business/gift-nifty-created-history-in-may-2025-created-a-new-record-with-a-turnover-of-102-35-billion-2954729