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पूर्व विधायक कर्म सिंह को मुखाग्नि देते हुए पौत्र रमेश डांगरा।
टोहाना। पूर्व विधायक कर्म सिंह का 104 साल की उम्र में मंगलवार सुबह निधन हो गया। बीमारी के चलते हिसार के जिंदल अस्पताल में दाखिल थे और सुबह अंतिम सांस ली।मंगलवार दोपहर को पैतृक गांव डांगरा में उनका अंतिम संस्कार किया गया। जहां उनके पौत्र रमेश कुमार ने मुखाग्नि दी। कर्म सिंह 1977 में टोहाना के विधायक रहे है। पूर्व विधायक की मौत की सूचना के बाद क्षेत्र के अनेक दलों से नेता, सामाजिक, धार्मिक और संगठनों से जुड़े लोगों ने श्रद्धांजलि दी। पूर्व विधायक के अंतिम संस्कार में राज्यसभा सदस्य सुभाष बराला, पूर्व कैबिनेट मंत्री देवेंद्र बबली, कांग्रेस नेता निशान सिंह, इनेलो नेता डॉ. वीरेंद्र सिंह, सरपंच एसोसिएशन के प्रदेश अध्यक्ष रणवीर गिल, गांव के सरपंच प्रतिनिधि कुलदीप सिंह आदि पहुंचे। पूर्व विधायक तीन बेटों के पिता थे। जिनमे मनफूल सिंह, भाल सिंह व बलवान सिंह है। वे भाल सिंह के पास हांसी में रहते थे जबकि मनफूल सिंह का निधन हो चुका है, बलवान सिंह फतेहाबाद में रहते है।
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पूर्व विधायक कर्म सिंह का जीवन सादगी व ईमानदारी की मिसाल रहा है जिसके चलते वे जनप्रिय रहे है। पूर्व विधायक की अंतिम यात्रा में पहुंचे राजनेताओं ने उनके जीवन को साफ सुथरा व स्वच्छ बताया। राज्यसभा सदस्य बराला ने उनके व्यक्तित्व को शांत व चिंतनशील बताया कि वे प्रदेश के हित की चिंता करते थे। निशान सिंह ने कहा वे सभ्य व्यक्तित्व के धनी थे जो प्रदेश की शान धोती कुर्ता पहनना पसंद करते थे। बबली ने कहा कि पूर्व विधायक कर्म सिंह के कारण गांव डांगरा का नाम पूरे प्रदेश में लिया जाता है, उनके जीवन से बहुत कुछ सीखने को मिलता है।
ये रहा पूर्व विधायक का जीवन काल
पूर्व विधायक कर्म सिंह के पोते सत्यवान डांगरा ने बताया कि उनका दादा का जीवन पूर्व उप प्रधानमंत्री चौधरी देवीलाल के समय से संघर्ष का रहा है तथा समाजहित के कार्य किए हैं। उन्होंने बताया कि उनके दादा 1950 से 1986 तक हिसार सेंट्रल कोऑपरेटिव बैंक के डायरेक्टर रहे। 1968 से 1969 तक हिसार सेंट्रल कोऑपरेटिव के चेयरमैन बने, 1952 से 1957 तक गांव डांगरा के पंचायत सदस्य रहे है। 1951 से 1953 तक सेशन जज हिसार के एस्सेर रहे। 1956 से 1961 तक एडवाइजर कमेटी के सदस्य रहे, 1950 से 1971 तक गांव डांगरा के सरपंच चुने गए, 1960 से 1971 ब्लॉक समिति टोहाना के सदस्य चुने गए, 1960 से 1970 तक मार्केट कमेटी टोहाना के सदस्य, 1971 से 1976 तक मार्केटिंग सोसायटी टोहाना के डायरेक्टर चुने गए, 1972 से 1977 तक ग्राम पंचायत डांगरा के सदस्य रहे। 1977 से 1082 तक पूर्व प्रधानमंत्री चौधरी देवीलाल की जनता पार्टी से टोहाना विधानसभा से विधायक रहे। 1982 में चौ. देवीलाल पार्टी के हिसार जिला अध्यक्ष रहे। 1986 में चौ. देवीलाल के आह्वान पर न्याय युद्ध में दिल्ली तक पैदल यात्रा की और 1987 से 1988 तक हरियाणा खादी ग्रामोद्योग बोर्ड के चेयरमैन नियुक्त किये गए व 1989 से 1991 तक पार्टी के स्टेट कार्यकारिणी के सदस्य रहे। 1988 से 1992 तक नेशनल सीड कॉरपोरेशन ऑफ इंडिया के डायरेक्टर रहे, 1992 से अब तक पार्टी के प्रदेश कार्यकारिणी सदस्य हैं।