{“_id”:”67bb60d06317e1ac450cfed4″,”slug”:”44-lakhs-were-received-from-the-auction-of-12-dilapidated-buses-new-ones-did-not-come-in-return-fatehabad-news-c-127-1-ftb1001-129782-2025-02-23″,”type”:”story”,”status”:”publish”,”title_hn”:”Fatehabad News: 12 जर्जर बसों की नीलामी से 44 लाख मिले, बदले में नहीं आई नई”,”category”:{“title”:”City & states”,”title_hn”:”शहर और राज्य”,”slug”:”city-and-states”}}
फतेहाबाद के पुराने बस अड्डें में खड़ी रोडवेज की कंडम बसे।
फतेहाबाद। रोडवेज डिपो में करीब 55 जर्जर वाहन खड़े हैं, जिसमें 48 बसें हैं। रोडवेज ने इन 48 बसों में 12 की नीलामी करवा दी है। इससे डिपो को कुल 44 लाख रुपये का राजस्व प्राप्त हुआ है। वहीं पुराने बस अड्डे में कुछ जगह खाली हुई।
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बसों की नीलामी के लिए पिछले दिनों रोडवेज की ओर से एमएसटीसी पर पंजीकृत कर बोली लगाई गई थी, जिसमें जर्जर वाहनों को बेचा गया है। रोडवेज में अब भी 30 जर्जर बसें ऐसी हैं जिन पर कोर्ट केस है। ऐसे में इनको कोर्ट केस पूरा होने से पहले नहीं बेचा जा सकता है। वहीं बची 6 जर्जर बसें अगली बोली में बिकने के संभावना हैं। दूसरी तरफ दो साल से रोडवेज में नई बसें नहीं आई है। जिले की 11 लाख की आबादी के लिए करीब 170 बसें हैं।
बता दें कि रोडवेज की ओर से 7 लाख किलोमीटर का सफर तय कर चुकी या फिर 10 वर्ष पुरानी बस को 2015 में जर्जर घोषित किया गया था। इन बसों को पिछले 10 साल से पुराने बस अड्डे में खड़ा किया गया है। अब नीलामी के बाद पुराने बस अड्डे में खाली जगह होने से बसों को खड़ी करने में आसानी होगी। वहीं, यूनियन व कर्मचारी भी लंबे समय से इन बसों की नीलामी की मांग कर रहे थे, क्योंकि इन जर्जर बसों को इधर-उधर करने में भी परेशानी होती थी।
डिपो में खड़ी बसों के लिए ऑनलाइन बोली लगाई गई थी, जिनमें से 12 खरीद ली गई हैं। वहीं 30 बसों पर कोर्ट केस होने के चलते इनकी नीलामी नहीं करवाई गई।