{“_id”:”679a6c42306b7f7ba3074e25″,”slug”:”education-fatehabad-news-fatehabad-news-c-127-1-ftb1001-128537-2025-01-29″,”type”:”story”,”status”:”publish”,”title_hn”:”Fatehabad News: ₹ 2.48 करोड़ की लागत से जिले के 10 गांवों में तैयार हुईं 22 विज्ञान लैब”,”category”:{“title”:”City & states”,”title_hn”:”शहर और राज्य”,”slug”:”city-and-states”}}
गांव मेहूवाला के राजकीय संस्कृति वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय में बनकर तैयार हुई सांइस लैब।
फतेहाबाद। जिले के 22 गांवों के सरकारी स्कूलों में लैब बनकर तैयार हो चुकी है। इन लैब के शुरू होने से विज्ञान संकाय के विद्यार्थियों को फायदा होगा। इन प्रयोगशालाओं के निर्माण पर करीब 2.48 करोड़ रुपये का खर्च हुआ है। इनसे भौतिक विज्ञान, रसायन विज्ञान व जीव विज्ञान संकाय के विद्यार्थी शामिल हैं।
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इसके लिए हरियाणा स्कूल शिक्षा परियोजना परिषद की तरफ से स्वीकृति प्रदान करते हुए इन लैब को बनाने के लिए टेंडर पहले से ही हो चुका था। परिषद ने टेंडर लगने के बाद एक साल में लैब बनकर तैयार हुई है। प्रत्येक लैब पर करीब 10 लाख रुपये की लागत आई है। इन लैब के बनने से विद्यार्थियों में साइंस की अभिक्रियाओं को समझने में आसानी होगी।
जिले के इन गांव के स्कूलों में बनी लैब
जिले के 22 स्कूलों में लैब बनाने का काम पूरा हो चुका है। इसमें राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय खुंडन, राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय दमकौरा, राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय मेहूवाला, राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय खाबड़ा कलां, राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय नाढ़ोडी, राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय धोलू, राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय अमानी, राजकीय संस्कृति वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय रतिया, राजकीय संस्कृति वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय जाखल मंडी और राजकीय वरिष्ठ कन्या माध्यमिक विद्यालय भूना के स्कूल शामिल हैं। वहीं राजकीय संस्कृति वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय इंदाछोई के स्कूल में लैब का निर्माण कार्य अभी जारी है।
विज्ञान के तीन विषयों की प्रयोगशालाओं का हुआ है निर्माण
समग्र शिक्षा विभाग की तरफ से सीनियर सेकेंडरी स्कूलों में लैब बनाई गई। हरियाणा स्कूल शिक्षा परियोजना परिषद ने इसकी मंजूरी प्रदान कर दी। इससे गांव के राजकीय सीनियर सेकेंडरी स्कूलों में फिजिक्स, केमिस्ट्री और बायोलॉजी लैब का निर्माण करवाया गया। इस पर दो करोड़ 28 लाख 39 हजार रुपये की राशि खर्च की हुई है।
लैब बनाने के लिए टेंडर पहले से ही लग चुका है। इसके तहत जिले के 10 गांवों व शहरों के कुल 23 स्कूलों में लैब बनाई जानी है। इसमें से एक का निर्माण कार्य अभी अधूरा है। लैब बनने से विद्यार्थियों को काफी फायदा हुआ है। शिक्षा विभाग का प्रयास है कि विद्यार्थियों को ज्यादा से ज्यादा सुविधा दी जाए। ताकि विद्यार्थियों को पढ़ाई करने में आसानी हो और विज्ञान विषय में ओर रूचि बढ़ सके।