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भूना। उकलाना रोड पर शिव कांवड संघ के परिसर में श्याम मंदिर में भजन-कीर्तन महोत्सव शुरू हो गया। जिसमें बड़ी संख्या में महिलाओं ने भाग लिया। महोत्सव को लेकर मंदिर परिसर को रंग-बिरंगे फूलों से भव्य रूप से सजाया गया है। भूना के नवनिर्मित मंदिर में खाटू नरेश श्याम बाबा का मनमोहक शृंगार किया गया।
संध्या के समय बाबा की अचल प्रतिमा के सामने बनी वेदी में अग्नि प्रज्ज्वलित कर अखंड ज्योति शुरू हुई। श्याम महिला मंडल के कलाकारों ने गणेश वंदना व गुरु वंदना की प्रस्तुति कर विधिवत ज्योति की शुरुआत की। कार्यक्रम में महिला मंडल की मोनिका सिंगला व सुनीता सिंगला के भजनों की प्रस्तुति दी। भजन कीर्तन संध्या में श्रद्धालु लख दातार की जय.., हारे के सहारे की जय… और खाटू नरेश की जय जैसे नारे बुलंद करते जा रहे थे।
इस अवसर पर खाटू श्याम मंदिर पुजारी ने आरती के साथ कार्यक्रम का समापन किया। समारोह में समाजसेवी पवन कुमार सिंगला, सुशील कुमार बंसल, सुनीता जैन, सचिन बंसल, अनु जैन, रिया बंसल व रेखा बंसल आदि मौजूद रहे।
संतान में होती है पिता की आत्मा : अवधेशानंद गिरि
टोहाना। समाजसेवी प्रवीण चौधरी के बेटे तन्मय चौधरी के निधन पर रेलवे रोड स्थित अग्रवाल भवन में प्रार्थना सभा हुई। इस दौरान जूना पीठ के आचार्य महामंडलेश्वर स्वामी अवधेशानंद गिरी महाराज ने प्रवचन दिया।
उन्होंने कहा कि हर संतान में उसके पिता की आत्मा है, इसलिए हमारी संवेदनाएं, सुख-दुख सब उसी के साथ जुड़ जाते हैं। व्यक्ति के सभी सपने उसी से जुड़ जाते हैं। भगवान राम के वन में जाने के बाद राजा दशरथ ने महादेव से वरदान मांगा कि अपने पुत्र से दूर रह सकूं ऐसा धैर्य देकर मुझ पर कृपा कीजिए।
उन्होंने कहा कि भगवान राम के वन में जाने से ऐसा लगा कि उनकी आत्मा ही चली गई हो। उन्होंने कहा कि जो जन्म लेता है वो मरता ही है। अब माया सब उलट करवाती है। जबकि पहले हम अपने भाई को जिताने के लिए खुद हारना चाहते थे लेकिन अब उसे हराने का प्रयास करते हैं। इस दौरान शहर के कई धार्मिक, राजनीतिक, सामाजिक संगठनों के सदस्यों ने शोक जताया।
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