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फतेहाबाद। जिला रोजगार कार्यालय की ओर से मंगलवार को रोजगार मेले का आयोजन किया गया। इसमें स्थानीय युवाओं ने कम ही रूचि दिखाई है। रोजगार कार्यालय की ओर से 350 पंजीकृत बेरोजगार युवाओं को फोन करके मेले में बुलाया गया था, लेकिन नौकरी के लिए साक्षात्कार देने मात्र 38 युवा ही पहुंचे।
मेले में आई कंपनियों की ओर से पेश किए जा रहे कम वेतन और फील्ड जॉब के कारण युवाओं का रुझान कम रहा। केवल 6 युवाओं ने ही साक्षात्कार दिया। रोजगार मेले में पुखराज कंपनी, आई फाइनेंसर और भारत इंश्योरेंस कंपनियां पहुंची। मेले में पहुंचे पोस्ट ग्रेजुएट युवाओं ने कंपनियों की ओर से प्रस्तावित 12,000 रुपये महीने के वेतन और घर से करीब 200 किलोमीटर दूर की नौकरी होने के चलते साफ मना कर दिया।
ग्रामीण क्षेत्र के युवाओं ने कहा कि इतने कम वेतन की नौकरी से बेहतर तो खेती का काम कर लेंगे। बेरोजगार युवाओं का मानना था कि महंगाई के इस दौर में उच्च शिक्षा के बाद यह वेतन जीवनयापन के लिए पर्याप्त नहीं है।
फील्ड जॉब से महिलाओं ने बनाई दूरी
मेले में केवल 5 ही लड़कियां पहुंची। पुखराज कंपनी में केवल लड़कियों के लिए नौकरी थी, लेकिन उन्हें इस बारे में देर से जानकारी मिली। इसके अलावा, ज्यादातर नौकरियां फील्ड वर्क से संबंधित रहीं, जिसमें महिलाओं ने कम रुचि दिखाई। लड़कियों का कहना है अगर लोकल में नौकरी मिलती है तो काम कर लेंगे, नहीं तो घर का ही काम करना उचित है।
कक्षा 12वीं तक की पढ़ाई के दो वर्ष का कंप्यूटर कोर्स किया हुआ है। मुझे अगर घर के आसपास के क्षेत्र में नौकरी मिलती है तो मैं नौकरी कर लूंगी। अगर घर से ज्यादा दूर जॉब मिलती तो मुझसे नहीं हो पाएगी।
-मनीषा, गांव गोरखपुर।
राजनीतिक विज्ञान विषय से पोस्ट ग्रेजुएशन किया है। मैं गांव ढाबी कलां में खेती बाड़ी का काम करता हूं। अगर 20 हजार रुपये महीने की तनख्वाह की नौकरी मिलती तो ठीक है, नहीं तो खेती का काम कर लूंगा।
-कुलदीप, युवा।
स्नातक स्तर तक की पढ़ाई की हुई है। मेरे पास मौके पर कोई राेजगार नहीं है। अगर लोकल में नौकरी मिलती है तो नौकरी करने के लिए तैयार हूूं। 12 हजार रुपये तो रहने खाने में ही खर्च हो जाएंगे, परेशानी बढ़ेगी वो अलग।
-श्रीराम, युवा।
मैं शहर के निजी अस्पताल में लैब टेक्नीशियन के पद पर काम करता हूं। अगर इसी फील्ड में नौकरी मिलती तो तो काम कर लेता, लेकिन मेडिकल लाइन की कोई कंपनी नहीं पहुंची तो साक्षात्कार भी नहीं दिया।
-जगदीश, युवा।
:: मेले में राेजगार पाने के लिए उम्मीद से काफी कम युवा पहुंचे हैं।कंपनियों के साथ वेतनमान और नौकरी के लिए बातचीत करके युवाओं को पहले से ही जानकारी दी जाएगी। ताकि शिक्षित युवाओं को उनकी योग्यता के अनुसार सम्मानजनक रोजगार मिल सके।
-विजेंद्र कुमार, जिला रोजगार कार्यालय आंकड़ा सहायक, फतेहाबाद।
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