[ad_1]
फतेहाबाद। मानसून में जगह-जगह जलभराव होने से डेंगू होने की आशंका होने लगे ही। स्वास्थ्य विभाग के सर्वे में अब तक 1,211 घरों में लारवा भी मिल चुका है। यही नहीं जिले में अब तक डेंगू के 6 केस भी मिल चुके हैं। पांच माह के रेपिड फीवर सर्वे में अब कर करीब 10 हजार बुखार पीड़ित केस भी मिल चुके हैं, लेकिन बावजूद इसके डेंगू वार्ड के नाम पर खानापूर्ति की जा रही है।
डेंगू को लेकर जब संवाददाता ने पड़ताल की तो सामने आया कि नागरिक अस्पताल की दूसरी मंजिल पर डेंगू वार्ड जरूर बना है और यहां बेड लगाए गए है लेकिन इन पर मच्छरदानी नहीं लगाई गई है। यहां तक कई बेड पर चद्दर तक नहीं बिछी है। यही नहीं जिला मुख्यालय के ब्लड बैंक में चार साल बाद भी प्लेटलेट्स को लेकर सुविधा शुरू नहीं हो पाई है। ब्लड कंपोनेट सेपरेट प्लांट प्रोजेक्ट अभी तक अधूरा है।
ब्लड बैंक के लिए चार साल में सिर्फ हॉल ही बन पाया है, जबकि स्वास्थ्य विभाग ने चार साल पहले मशीनें जारी कर दी थी। हालांकि अधिकारियों का कहना है कि सरकारी अस्पताल में दाखिल होने वाले मरीज और उसके परिजनों पर प्लेटलेट्स के लिए आर्थिक भार नहीं पड़ेगा। मरीज को प्लेटलेट्स रोहतक पीजीआई से उपलब्ध करवाई जाएगी या फिर निजी लैब से अनुबंध होगा।
पांच माह में रेपिड फीवर सर्वे में ये मिल चुके है बुखार केस
माह लक्ष्य सर्वे हुआ बुखार पीड़ित मिले
अप्रैल 192158 132651 2067
मई 192158 133054 1907
जून 192158 145156 2093
जुलाई 192158 143363 2179
अगस्त 192158 135520 1875
पिछले 8 सालों में डेंगू मरीजों की स्थिति
वर्ष डेंगू मरीज मिले
2015 189
2016 38
2017 419
2018 56
2019 29
2020 35
2021 993
2022 154
2023 89
2024 6
लारवा मिलने पर 1211 घरों को जारी हो चुके है नोटिस
स्वास्थ्य विभाग को सर्वे के दौरान 1211 घरों में लारवा मिल चुका है। इसको लेकर नोटिस जारी किया गया है। सर्वे टीम के मुताबिक डेंगू और मलेरिया को लेकर लोग गंभीर नहीं है। सर्वे के दौरान लोगों के घरों के कूलरों और पानी की टंकियों में लारवा मिल रहा है। इसके अलावा फ्रिज की ट्रे में भी लारवा मिल चुका है।
डेंगू की जांच को लेकर 600 रुपये तय
स्वास्थ्य विभाग ने निजी लैब को डेंगू की जांच को लेकर निर्देश जारी कर दिए है। एलाइजा टेस्ट को लेकर 600 रुपये से ज्यादा नहीं ले पाएंगे। इसके अलावा अस्पतालों को अगर कोई डेंगू केस मिलता है तो स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों को सूचित करना होगा। अगर सूचना नहीं देते हैं तो विभाग कार्रवाई कर सकता है।
डेंगू को लेकर स्वास्थ्य विभाग पूरी तरह से गंभीर है। टीमें लगातार डोर टू डोर सर्वे कर रही है। प्लेटलेट्स को लेकर घबराने की जरूरत नहीं है। निजी लैब से अनुबंध करके उपलब्ध करवाया जाएगा। रोहतक पीजीआई से भी मरीज को उपलब्ध करवाया जा सकता है। लोग अपने घरों व आसपास पानी एकत्रित न होने दें।
– डॉ.विष्णु मित्तल, जिला महामारी रोकथाम विशेषज्ञ
फोटो नंबर 12 से 14
[ad_2]
Fatehabad News: प्लेटलेट्स के लिए जाना होगा रोहतक पीजीआई, वार्ड के नाम पर खानापूर्ति