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फतेहाबाद। जिले के भट्टू कलां ब्लॉक समिति की चेयरपर्सन ज्योति लूणा के खिलाफ मंगलवार को अविश्वास प्रस्ताव आखिरकार गिर गया। अविश्वास प्रस्ताव लाने वाले ही लघु सचिवालय में नहीं पहुंचे।
दो बार मीटिंग रद्द होने के बाद मंगलवार को अविश्वास प्रस्ताव को लेकर फतेहाबाद के लघु सचिवालय के सभागार में एडीसी राहुल मोदी की अध्यक्षता में मीटिंग का आयोजन किया गया। मीटिंग में चेयरपर्सन ज्योति लूणा के अलावा कोई भी सदस्य नहीं पहुंचा। तीन बार अनाउंसमेंट के बाद भी कोई सदस्य जब मीटिंग में नहीं आया तो अविश्वास प्रस्ताव को खारिज कर दिया गया।
दोपहर 12 बजे तक मीटिंग में कोई सदस्य नहीं आने से अविश्वास प्रस्ताव को लेकर चुनाव नहीं हो पाया। मीटिंग खत्म होने के बाद चेयरपर्सन ज्योति लूणा ने भावुक होते हुए इसे सच्चाई की जीत बताया। उन्होंने आरोप लगाया कि वाइस चेयरमैन उन्हें दबाकर काम करना चाहते थे, लेकिन अब वे दबकर काम नहीं करेंगी। अविश्वास प्रस्ताव की मांग करने वाले किसी भी सदस्य से विरोध स्वरूप बर्ताव नहीं होगा, सबके काम होंगे, वाइस चेयरमैन उनसे पावर लेकर अपने पास रखना चाहता था।
अविश्वास प्रस्ताव को लेकर हाईकोर्ट में लगाई थी याचिका
चेयरपर्सन ज्योति की मार्फत हाईकोर्ट में याचिका की अपील डालने वाले वकील रमन कस्वां ने बताया कि दो बार पहले मीटिंग बुलाई गई थी, लेकिन वो रद्द हो गई थी। ऐसे में अब तीसरी मीटिंग आयोजित होनी ही थी, भले ही कोई सदस्य आए या ना आए। ज्योति लूणा समय से मीटिंग में पहुंच गई थी, लेकिन उनके अलावा कोई भी सदस्य नहीं पहुंचा। इसके बाद अविश्वास प्रस्ताव खारिज कर दिया गया।
8 नवबंर को अविश्वास प्रस्ताव को लेकर वाइस चेयरमैन ने एडीसी को सौंपा था ज्ञापन
– भट्टू कलां ब्लॉक समिति की चेयरपर्सन ज्योति लूणा के खिलाफ 8 नवंबर को भट्टू कलां ब्लॉक समिति के वाइस चेयरमैन बंसीलाल के नेतृत्व में ब्लॉक समिति सदस्य एडीसी से मिले थे और अविश्वास प्रस्ताव की मीटिंग बुलाने के लिए मांग उठाई थी। जिसके बाद 18 नवंबर को मीटिंग का दिन तय कर दिया गया था, लेकिन एडीसी के छुट्टी पर चले जाने से मीटिंग नहीं हो पाई थी। इसके बाद 4 दिसंबर को फिर मीटिंग का दिन तय किया गया, उस दिन भी एडीसी चंडीगढ़ मीटिंग में चले गए तो अविश्वास प्रस्ताव की मीटिंग नहीं हो पाई थी। उसके बाद से नई तारीख घोषित नहीं हुई थी। जिसके बाद चेयरपर्सन ज्योति लूना के वकील ने हाईकोर्ट में अविश्वास प्रस्ताव की तारीख के लिए अपील डाल दी थी, जिसके बाद 31 दिसंबर को मीटिंग के लिए तिथि निर्धारित कर दी गई थी।
कोरम पूरा होने की नहीं थी कोई शर्त
– भट्टू कलां ब्लॉक समिति की चेयरपर्सन ज्योति लूना के खिलाफ लाए गए अविश्वास प्रस्ताव को लेकर मंगलवार को कोरम पूरा करने की कोई शर्त नहीं थी। मीटिंग को हर हालत में पूरा किया जाना था। भले ही मीटिंग में जितने भी सदस्य आए। अविश्वास प्रस्ताव पर वोटिंग होनी थी, लेकिन कोई भी सदस्य न पहुंचने के बाद अविश्वास प्रस्ताव खारिज कर दिया गया।
जल्द मीटिंग बुलाकर करवाएंगे विकास कार्य
– चेयरपर्सन ज्योति लूना ने बताया कि आचार संहिता से पहले मीटिंग हुई थी, उसके बाद अविश्वास प्रस्ताव को लेकर सत्र शुरू हो गया। अब जल्द ही मीटिंग बुलाकर विकास कार्य करवाए जाएंगे। भट्टू कलां का जो विकास रुका हुआ था, उसे गति देने का काम किया जाएगा।
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