शहर की डीसी कॉलोनी में लारवा मिलने पर मकान मालिक को नोटिस देता कर्मचारी।
फतेहाबाद। मच्छर जनित बीमारियों से निपटने के लिए स्वास्थ्य विभाग की पूरी तैयारी है। जिले में छठे चरण का रैपिड फीवर सर्वे चल रहा है। इस माह में जिले में 1.92 लाख घरों का सर्वे करने का लक्ष्य रखा गया है। साथ ही स्वास्थ्य विभाग ने निर्णय लिया है कि जिस घर में लारवा मिलेगा, उसे नोटिस तो जारी होगा, इसके साथ ही दो दिन बाद टीम को उस घर का दोबारा सर्वे करना होगा।
टीम को जांच करनी होगी कि उस घर में सफाई की गई है या नहीं। जिस जगह पर लारवा मिला था, क्या वह लारवा खत्म हो चुका है या नहीं। अगर उस जगह पर दोबारा लारवा मिलता है तो चालान काटा जाएगा। जिले में अब तक डेढ़ हजार से अधिक घरों में लारवा मिलने पर नोटिस जारी किए जा चुके हैं। डेंगू के जिले में अब तक 7 केस मिल चुके हैं। सुखद बात यह है कि अभी तक मलेरिया का कोई केस नहीं मिला है।
बुखार पीड़ितों की बनेगी स्लाइड
रैपिड फीवर सर्वे 10 सितंबर तक चलेगा। इस दौरान टीम लारवा जांच के साथ-साथ बुखार पीड़ितों की रिपोर्ट भी लेगी। बुखार पीड़ित के खून की स्लाइड बनाई जाएगी। जिससे मलेरिया की जांच की जाएगी। स्वास्थ्य विभाग की टीमों ने जुलाई माह में 1,43,599 घरों का सर्वे किया। इस सर्वे के दौरान 2,206 बुखार पीड़ित मरीज मिले हैं। पिछले माह जिले में 1,35,520 घरों का सर्वे हुआ। इस दौरान 1,875 बुखार पीड़ित मिले थे।
शहर व गांव में हो रही फॉगिंग
मच्छरजनित बीमारियों की रोकथाम के लिए शहरों व गांवों में फॉगिंग का काम चल रहा है। स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों ने बताया कि उनकी टीम के सर्वे के बाद जिस भी घर में डेंगू का लारवा मिल रहा है। उसके संबंध में पंचायत व नगर परिषद के अधिकारियों को फॉगिंग करने के लिए बोला जाता है। फॉगिंग करवाने का काम पंचायत व नगर परिषद का होता है। स्वास्थ्य विभाग उनको फॉगिंग करने के लिए दवाई उपलब्ध करवाता है।
जिले में ये मिल चुके हैं डेंगू के मामले
वर्ष डेंगू मरीज मिले
2015 189
2016 38
2017 419
2018 56
2019 29
2020 35
2021 993
2022 154
2023 89
2024 07
डेंगू के लक्षण
– अचानक तेज बुखार होना
– अचानक तेज सिर दर्द होना
– मांसपेशियों व जोड़ों में दर्द होना
– आंखों के पीछे दर्द होना
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डेंगू और मलेरिया पर नियंत्रण को लेकर जिले में रैपिड फीवर सर्वे चल रहा है। सर्वे को लेकर टीम को निर्देश दिए गए है कि जहां भी पानी जमा मिलता है वहां पर दवाई डाली जाए। इसके अलावा जिस घर में लारवा मिलता है तो उसे नोटिस दिया जाए और दोबारा से उस घर का सर्वे किया जाए। इन रोगों की रोकथाम के लिए नागरिकों को साफ-सफाई का ध्यान रखना होगा।
– डॉ. विष्णु मित्तल, जिला महामारी रोकथाम, विशेषज्ञ