फतेहाबाद। केंद्रीय शिक्षा मंत्रालय की ओर से बुधवार को सरकारी और निजी स्कूलों के विद्यार्थियों के शैक्षणिक स्तर को जांचने के लिए परख राष्ट्रीय सर्वेक्षण के तहत सर्वे किया गया। इस सर्वे में जिले के 2,213 विद्यार्थियों को शामिल कर जिले के 91 स्कूलों में सुबह 11 बजे उनकी परीक्षा ली गई।
इस सर्वे में कक्षा तीसरी, छठी और नौवीं के विद्यार्थियों को शामिल किया गया। इसका परिणाम फरवरी में जारी किया जा सकता है। इसी परिणाम के आधार पर केंद्र सरकार आगे की रणनीति बना सकती है। सर्वे के लिए जिला शिक्षा विभाग, डाइट मताना और सीबीएसई की ओर से अधिकारी सतर्क रहे।
उन्होंने कई केंद्रों पर जाकर निरीक्षण किया। परीक्षा के लिए प्रत्येक केंद्र के लिए एफआई और पर्यवेक्षक नियुक्त किए गए थे। ये सर्वे तीन साल बाद हुआ है। इससे पहले वर्ष 2021 में हुआ था।
सर्वे में नौवीं कक्षा के विद्यार्थी रहे ज्यादा
सर्वे में जिले के 91 स्कूलों को शामिल लिया गया है। कक्षा तीसरी के लिए 13 निजी, 16 सरकारी, कक्षा छठी के लिए 14 निजी, 15 सरकारी, कक्षा नौवीं के लिए 15 निजी, 15 सरकारी स्कूलों को शामिल किया है। कक्षा तीन के 29 स्कूलों के 598 विद्यार्थी, कक्षा छठी के 29 स्कूलों के 728, कक्षा नौवीं के 33 स्कूलों के 887 विद्यार्थियों को शामिल किया गया। सर्वे के तहत परीक्षा के दौरान तीसरी, छठी, नौवीं कक्षा के छात्रों की तीन-तीन विषयों की परीक्षा ली गई। कक्षा तीसरी, छठी के विद्यार्थियों की भाषा, गणित, पर्यावरण विषय की डेढ़ घंटे की परीक्षा हुई जबकि नौवीं कक्षा के विद्यार्थियों की भाषा, गणित, विज्ञान, सामाजिक विज्ञान में से किसी तीन विषयों की दो घंटे की परीक्षा हुई। कक्षा तीन, छह में कुल 45 अंक और कक्षा 9 में कुल 60 अंकों की परीक्षा हुई।
परख राष्ट्रीय सर्वेक्षण के तहत कक्षा तीसरी, छठी और नौवीं के विद्यार्थियों को सर्वे में शामिल किया गया है। जिले के निजी और सरकारी स्कूलों के 2,213 विद्यार्थियों की परीक्षा ली गई है। इस परीक्षा के परिणाम के आधार पर रिपोर्ट तैयार होगी। जो कमियां मिलेंगी उन्हें सुधारने का प्रयास सरकार करेगी।
– वेद सिंह दहिया, जिला मौलिक शिक्षा अधिकारी, फतेहाबाद।