{“_id”:”678fe0735cfa3a2bc10c4fb1″,”slug”:”yogesh-and-kamlesh-are-fighting-for-justice-for-the-needy-fatehabad-news-c-127-1-shsr1017-128175-2025-01-21″,”type”:”story”,”status”:”publish”,”title_hn”:”Fatehabad News: जरूरतमंदों के लिए न्याय की लड़ाई लड़ रहे योगेश और कमलेश”,”category”:{“title”:”City & states”,”title_hn”:”शहर और राज्य”,”slug”:”city-and-states”}}
अधिवक्ता योगेश।
फतेहाबाद। रुपये की कमी के कारण कई लोग न्याय के लिए न्यायालय में जाने से कतराते हैं लेकिन फतेहाबाद कोर्ट में कई वकील जरूरतमंदों के लिए निशुल्क पैरवी करते हैं।
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एडवोकेट योगेश मेहता और बार एसोसिएशन की सचिव कमलेश वशिष्ठ एडवोकेट ने ऐसे कई जरूरतमंद लोगों को निशुल्क न्याय दिलवाया है जो जरूरतमंद थे लेकिन रुपयों की कमी के कारण उन्हें भटकना पड़ रहा था। वह आम लोगों को कानून के बारे में भी जागरूक कर रहे हैं ताकि अधिकतम लोगों को अपने हक की जानकारी मिल सके। संवाद
– दहेज प्रताड़ना के आरोप से दिलाई राहत
एडवोकेट योगेश मेहता ने बताया कि दिहाड़ी-मजदूरी करने वाले माजरा निवासी विजय कुमार का पत्नी के साथ विवाद चल रहा था। इसलिए उनकी पत्नी ने दहेज, मारपीट कर मानसिक प्रताड़ना का केस दर्ज करवाया था। विजय कुमार अपना केस लड़वाने के लिए योगेश मेहता के पास पहुंचे और उन्होंने केस लड़ने के लिए रुपये न होने की बात कही। योगेश ने जब मामले को अच्छी तरह समझा और उन्हें लगा कि इन पर लगे आरोप गलत हैं तो उन्होंने विजय कुमार का केस निशुल्क लड़ा और रतिया की कोर्ट से उन्हें बरी भी करवाया।
उन्होंने टोहाना क्षेत्र की एक युवती का केस भी निशुल्क लड़ा। इसमें एक गरीब परिवार की युवती घर में काम करती थी। उस घर का मालिक उसे प्रताड़ित करता था। योगेश ने लंबी कानूनी लड़ाई जीतकर आरोपी को फतेहाबाद कोर्ट से सजा भी दिलवाई। योगेश ने बताया कि चेक बाउंस का एक केस था जिसमें रतिया क्षेत्र के गांव निवासी गुरप्रीत पर चेक बाउंस का आरोप लगाकर इस्तगासा डाला गया था। इस बारे में गुरप्रीत सिंह का परिवार उनसे मिला। उन्होंने बताया कि उनकी आर्थिक स्थिति ठीक नहीं है। उनके पास देने के लिए रुपये नहीं हैं। यह केस भी निशुल्क लड़कर योगेश ने गुरप्रीत सिंह को कोर्ट से बरी करवाया।
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कॉलेजों में जाकर विद्यार्थियों को कर रहे जागरूक :
योगेश मेहता ने बताया कि वह स्कूल, कॉलेज इत्यादि जगहों पर जाकर मुफ्त कानूनी जागरूकता शिविर भी लगाते हैं। वहां लोगों को कानून की जानकारी देते हैं। उन्होंने बताया कि कई लोगों को अपने अधिकारों के बारे में नहीं पता होता। इसलिए वह मुफ्त कानूनी जागरूकता शिविर लगाकर लोगों को उनके अधिकारों के बारे में भी बताते हैं।
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उजड़े घर को फिर बसाने का काम कर रहीं एडवोकेट कमलेश
बार एसोसिएशन की सचिव कमलेश वशिष्ठ भी कई जरूरतमंद लोगों को मुफ्त न्याय दिला रहीं हैं। कमलेश ने बताया कि हंस कॉलोनी निवासी एक युवती की शादी यूपी निवासी अजय के साथ हुई थी। उनका ढाई साल का एक बच्चा भी था। पारिवारिक विवाद के कारण वह चार साल से अलग रह रही थी। कमलेश ने बताया कि युवती की आर्थिक हालत ठीक न होने के कारण उन्होंने उनका केस मुफ्त लड़ा और 14 दिसंबर 2024 को हुई लोक अदालत में उनका राजीनामा करवा कर घर बसाया। उन्होंने कबीर बस्ती निवासी एक युवती का केस भी मुफ्त लड़ा और 14 दिसंबर 2024 को लोक अदालत में उनका राजीनामा करवा दोबारा घर बसाने में मदद की।