फतेहाबाद मे फसल अवशेष में लगी आग को बुझाते कर्मचारी।
फतेहाबाद। जिले में फसलों की कटाई का काम जोरो पर चलने के कारण फसल अवशेष जलाने के मामले बढ़ रहे हैं। वीरवार को जिले का एक्यूआई 232 रहा हालांकि एक दिन पहले 100 से भी कम था। जिला शिक्षा अधिकारी संगीता बिश्नोई ने वीरवार को खंड शिक्षा अधिकारियों को पत्र जारी करके स्कूलों में विद्यार्थियों को मास्क लगाकर आने और ठंड के चलते विद्यार्थी गर्म वस्त्र पहनकर आएंगे।
वहीं वीरवार को फतेहाबाद में फसल अवशेष जलने की हरसैक से सूचना कृषि विभाग को मिली है। जिसके बाद विभाग के कर्मचारियों ने मौके पर पहुंचकर जांच की। जिसकी शिकायत पुलिस को दे दी गई है। हरसैक द्वारा जिले में 120 स्थानाें पर फसल अवशेष जलाने की सूचना मिली है। जिस पर विभाग ने कार्रवाई की है।
जिले के 65 किसानों के खेत की रेड एंट्री हो चुकी है। वहीं विभाग के द्वारा फसल अवशेष जलाने की घटना में जो भी किसान दोषी पाया जाता है उसके खिलाफ तुरंत एफआईआर की जारी है। जिले में अभी तक 54 किसानों पर एफआईआर दर्ज हो चुकी है।
-जिले में अब धान की कटाई का काम लगभग 12 फीसदी ही बाकी बचा है। ऐसे में इस बार पिछले साल की तुलना में कम फसल अवशेष जलाएं गए हैं। वहीं जिले के किसानों ने बताया कि सरकार को पराली प्रबंधन के लिए कृषि यंत्रों की संख्या बढ़ानी चाहिए ताकि समय पर फसल अवशेषों का निपटान हो सके।
:: पराली जलाने वाले किसानों को जागरूक किया गया है। जिससे किसानों में काफी जागरूकता आई है। वहीं पराली जलाने वाले किसानों की रेड एंट्री की जा रही है।
-डॉ. राजपाल, तकनीकी सहायक कृषि एवं कल्याण विभाग, फतेहाबाद।