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फतेहाबाद। फतेहाबाद ब्लॉक समिति के सदस्य दो गुटों में बंट गए हैं। फतेहाबाद ब्लॉक समिति कार्यालय में चेयरपर्सन पूजा रानी की अध्यक्षता में शुक्रवार को बैठक बुलाई गई। इस बैठक में साल 2023-2024 में हुए विकास कार्य और 2024-25 में करवाए जाने वाले कार्यों को लेकर चर्चा की जानी थी। इस बैठक में सिर्फ चेयरपर्सन के अलावा दो ब्लॉक समिति सदस्य ही पहुंचे थे, वहीं बाकी सदस्य ब्लॉक समिति कार्यालय के पास बने रेस्ट हाउस के पास इकट्ठा हुए और बैठक का बहिष्कार कर दिया।
रेस्ट हाउस में इकट्ठा हुए ब्लॉक समिति सदस्यों ने पत्रकारों से बातचीत में बताया कि इन दो सालों में चेयरपर्सन द्वारा काम नहीं करवाए गए, इसलिए बैठक का बहिष्कार किया गया है। पहले बैठक के दौरान जो काम के एजेंडे दिए गए थे, उन्हें पास तो कर दिया गया, लेकिन आज तक वो काम नहीं हुए। जो काम हुए उनकी गुणवत्ता सही नहीं है। वहीं, काम करवाने को लेकर भी सदस्यों के साथ भेदभाव किया गया। किसी सदस्य के 10 काम पूरे हो गए हैं, तो किसी सदस्य के 2 काम भी पूरे नहीं हुए हैं। काम न होने पर ही सदस्यों ने बैठक का बहिष्कार किया है। ब्लॉक समिति सदस्यों ने बताया कि दो सालों में अब तक सिर्फ चार बार ही बैठक हुई है जबकि हर महीने चेयरपर्सन को बैठक लेकर कार्यों की समीक्षा करनी चाहिए। बाद में इन सदस्यों ने मुख्यमंत्री नायब सैनी के नाम एसडीएम राजेश कुमार को ज्ञापन भी सौंपा।
चेयरपर्सन बोली नहीं है कोई बैठक
ब्लॉक समिति सदस्यों के द्वारा बैठक का बहिष्कार करने को लेकर जब मीडिया ने ब्लॉक समिति चेयरपर्सन पूजा रानी से बात की तो उन्होंने किसी भी तरह की बैठक होने से ही इंकार कर दिया। चेयरपर्सन ने कहा कि कोई बैठक नहीं है। वैसे ही सभी सदस्यों को चर्चा के लिए बुलाया गया है। चेयरपर्सन कार्यालय में बैठक के दौरान चेयरपर्सन के पास दो ही सदस्य पहुंचे थे। वहीं, चेयरपर्सन प्रतिनिधि अजय बरसीन ने कहा कि पंचकूला में ब्लॉक समिति सदस्यों का धरना चल रहा है। इस कारण सदस्यों ने पहले से ही बैठक में न आने का फैसला ले रखा था। भेदभाव व काम नहीं करवाने के आरोप सरासर गलत है।
बहिष्कार करने वाले ब्लॉक समिति सदस्यों ने ज्ञापन में यह उठाई मांगें
1. सरकार द्वारा बनाई गई टेबल खत्म करके सभी तरह के विकास कार्य करने की शक्ति दी जाएं।
2. प्रत्येक समिति सदस्यों को वार्ड के विकास के लिए 20 लाख रुपये सालाना दिए जाएं और उसे लगाने का अधिकार समिति सदस्य का हो।
3. जो ग्रांट चेयरमैन के खाते से समिति सदस्यों को दी जाती है, उसे लगाने का 75 प्रतिशत अधिकार समिति सदस्यों को मिले।
4. विकास कार्य करवाने के लिए सरपंच की अनुमति की जरूरत न पड़े।
5. महीने के एक दिन वार्ड में पंचायत समिति की अध्यक्षता में प्रशासनिक अधिकारियों द्वारा वार्ड वासियों की समस्या का निवारण किया जाए।
6. सभी पंचायत समिति सदस्यों एवं चेयरमैनों का मानदेय बढ़ना चाहिए एवं सभी सदस्यों की पेंशन स्कीम लागू की जाए।
7. डी-प्लान में पंचायत समिति की हिस्सेदारी हो।
8. प्रत्येक समिति सदस्य को मोहर वेरिफाई करने का कानूनी अधिकार मिले।
9. मनरेगा मेट लगाने और हटाने का अधिकार मिलें ।
10. प्रत्येक समिति सदस्य का कार्यवाही रजिस्टर लागू किया जाए।
11. बीडीओ और एसडीओ की एसीआर लिखने की अनुमति चेयरमैन का मिले।
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Fatehabad News: दो फाड़ हुए ब्लॉक समिति सदस्य, चेयरपर्सन बैठक के लिए करती रहीं इंतजार