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फतेहाबाद के गांव झलनियां में कुत्तों के काटने से घायल महिला
फतेहाबाद। सड़कों पर घूम रहे कुत्तों के हमले से देहात और ग्रामीण क्षेत्र में बच्चों, महिलाओं व बुजुर्गों में दहशत है। एक सप्ताह पहले टोहाना में कुत्तों के हमले से बुजुर्ग महिला की मौत की घटना को लोग भूले भी नहीं थे कि शुक्रवार को ही गांव झलनियां में खेत में घास काटने गई एक महिला पर कुत्तों के झुंड ने हमला कर दिया। महिला वहीं गिर पड़ी और इसके बाद कुत्तों ने उसके शरीर को 8 जगह से नोंच लिया। कई जगह से मांस पूरी तरह उतर गया। महिला को गंभीर हालत में फतेहाबाद के नागरिक अस्पताल लाया गया। डॉक्टरों ने महिला को टिटनेस और एंटी रैबीज वैक्सीन लगाकर अग्रोहा मेडिकल कॉलेज रेफर कर दिया।
महिला के परिजनों के मुताबिक उन्हें अग्रोहा में भी उपचार नहीं मिला। महिला को इम्युनोग्लोबुलिन इंजेक्शन लगाया जाना था, जो अग्रोहा मेडिकल कॉलेज में भी नहीं मिला है। झलनियां निवासी सपना (35) दोपहर में खेत में घास काटने के लिए गई थी। ग्रामीण सुशील ने बताया कि महिला की चीख सुनकर वह मौके पर पहुंचे तो देखा कि कुत्तों का झुंड उस पर हमला कर रहा था। कुत्तों ने महिला के मुंह, पैर और हाथ पर बुरी तरह से काट लिया था। उसे किसी तरह कुत्तों बचाकर परिजनों के साथ फतेहाबाद के नागरिक अस्पताल लाए। यहां चिकित्सकों ने एंटी रैबीज और टिटेनस का इंजेक्शन लगाया और अग्रोहा भेज दिया गया। परिजनों के मुताबिक एक और इंजेक्शन लगना है जो कि अग्रोहा में भी नहीं मिला और यहां से रोहतक रेफर किया जा रहा है।
सात दिन पहले बुजुर्ग महिला की हुई थी मौत
टोहाना में पिछले सप्ताह एक बुजुर्ग महिला का शव मिला था। कुत्तों ने महिला के शरीर को बुरी तरह नोंच रखा था। महिला की पहचान जींद के धाबी टेक सिंह निवासी कृष्णा देवी के रूप में हुई थी। वह अपनी बेटी के पास रह रही थी। डॉक्टरों के मुताबिक पोस्टमार्टम के दौरान प्रथम दृष्टया सामने आया कि कुत्तों ने महिला की गर्दन को बुरी तरह काट लिया था, जिससे उसकी मौत हो गई।
इंजेक्शन लगवाने रोजाना आ रहे है 20 से 25 लोग
नागरिक अस्पताल में रोजाना 20 से 25 लोग एंटी रैबीज का इंजेक्शन लगवाने के लिए आ रहे है। हालांकि अस्पताल में फिलहाल एक हजार डोज का स्टॉक है। शहर में भी हर दिन कई लोग कुत्तों के काटने का शिकार हो रहे है।
कोट
शहर में कुत्तों को पकड़कर बधियाकरण और टीकाकरण को लेकर टेंडर खोलने की अनुमति नहीं मिली है। इसको लेकर डीएमसी से पत्राचार किया गया था।
-राजेंद्र सोनी, ईओ नगर परिषद
कोट
अस्पताल में इम्युनोग्लोबुलिन इंजेक्शन की सप्लाई नहीं होती। इसी के चलते मरीज को रेफर किया गया है। एंटी रैबीज वैक्सीन का अस्पताल में पर्याप्त स्टॉक है।
-डॉ. बुधराम, एसएमओ, नागरिक अस्पताल
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Fatehabad News: कुत्तों के झुंड ने महिला पर किया हमला, शरीर को 8 जगह से नोंचा