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परीक्षा देते बच्चे
– फोटो : संवाद
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फतेहाबाद के सरकारी स्कूलों में पढ़ने वाले विद्यार्थियों के शैक्षणिक मूल्यांकन को जांचने के लिए कक्षा छठी से बारहवीं के विद्यार्थियों की मंगलवार से परीक्षाएं शुरू हो गई। स्कूल स्तर पर ही शिक्षकों ने परीक्षा ली। शिक्षकों को प्रश्न पत्र तैयार करने और फिर उनकी फॉटोकॉपी करवाने के लिए मशक्कत करनी पड़ी। ग्रामीण क्षेत्रों में शिक्षक फॉटोकॉपी करवाने के लिए भटकते रहे और कई स्कूल शिक्षकों को शहर में आना पड़ा।
परीक्षाएं एक सप्ताह तक चलेंगी। शिक्षा विभाग निदेशालय ने परीक्षा को लेकर शेड्यूल जारी कर दिया था और निदेशालय की तरफ से प्रश्र पत्र जारी होने थे। लेकिन बाद में स्कूल स्तर पर ही प्रश्र पत्र बनाने के निर्देश दे दिए। शिक्षकों ने बताया कि विभाग की तरफ से बजट नहीं नहीं मिला और महंगा भी पड़ रहा है। जिले के करीब 61 हजार विद्यार्थियों की परीक्षा ली जा रही है।
शिक्षा विभाग निदेशालय को खुद परीक्षाओं को लेकर प्रश्रपत्र जारी करने चाहिए थे। लेकिन बार-बार विभाग फैसला बदलता रहा। शिक्षकों को पहले प्रश्र पत्र तैयार करने पड़ रहे है और फिर फॉटोकॉपी करवानी पड़ रही है। ऐसे में इस पर खर्च भी ज्यादा हो रहा है। -रामेश्वर वर्मा, इंचार्ज, राजकीय कन्या हाई स्कूल, बस्ती भीमां।
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