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बैठक में एकजुट हुए प्रदेशभर के वकील।
– फोटो : संवाद
विस्तार
जींद में डीएसपी गीतिका जाखड़ और वकीलों का मामला बढ़ता जा रहा है। शनिवार को जींद बार में वकीलों की प्रदेशस्तरीय बैठक हुई। इसमें फैसला लिया गया कि पुलिस के खिलाफ चल रहे मामलों में कोई भी वकील पैरवी नहीं करेगा। वकील पुलिस के केस नहीं लड़ेंगे। उनके लिफाफे वापस लौटाए जाएंगे। सोमवार को जींद अदालत में डीएसपी गीतिका जाखड़ के खिलाफ आपराधिक शिकायत दायर की जाएगी।
वकीलों ने कड़ा कदम उठाते हुए डीएसपी के खिलाफ आंदोलन में पूरे हरियाणा के वकीलों के साथ-साथ पंजाब व हरियाणा हाईकोर्ट की बार काउंसिल को शामिल करने का फैसला लिया है। जिला बार में हुई प्रदेशस्तरीय बैठक की अध्यक्षता फतेहाबाद बार एसोसिएशन के प्रधान प्रदीप बेनीवाल ने की। उन्होंने प्रशासन को 7 दिन का अल्टीमेटम दिया है कि यदि डीएसपी के खिलाफ कार्रवाई नहीं की गई, तो वे भूख हड़ताल शुरू करेंगे।
प्रदीप बेनीवाल ने कहा कि वकीलों ने सात दिन तक प्रदेशभर में हड़ताल करने का फैसला किया है। यदि सरकार उनकी मांग मान ली, तो उसे वापस लिया जा सकता है। इस हड़ताल में शामिल होने के लिए पंजाब, हरियाणा उच्च न्यायालय की बार काउंसिल से भी बात की जाएगी। उन्हें इसमें शामिल किया जाएगा।
यह था मामला
दस दिन पहले जींद महिला पुलिस थाने में महिला एएसआई नीलम के साथ जींद बार एसोसिएशन के प्रधान राकेश मालिक और एक अन्य साथी का विवाद हो गया था। इसको लेकर वकील एसपी सुमित कुमार से मिले, तो उन्होंने डीएसपी गीतिका जाखड़ के पास भेज दिया। वकीलों का आरोप है कि गीतिका जाखड़ ने उनके साथ दुर्व्यवहार किया और उन्हें कुछ देर तक बंधक बनाए रखा। इसके बाद से वकील डीएसपी का तबादला और उन्हें सस्पेंड करने की मांग को लेकर धरना दे रहे हैं। इस अवसर पर भिवानी जिला बार के प्रधान सत्यजीत सिंह, नरवाना बार एसोसिएशन के प्रधान बलजीत मलिक भी मौजूद रहे।
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