Chess Olympiad: चंडीगढ़ पहुंची शतरंज ओलंपियाड की मशाल, पटियाला में भी हुआ भव्य स्वागत


संवाद न्यूज एजेंसी/अमर उजाला, चंडीगढ़/पटियाला
Published by: निवेदिता वर्मा
Updated Thu, 23 Jun 2022 11:21 AM IST

रॉक गार्डन में ग्रैंड मास्टर दीप सेनगुप्ता ने शतरंज ओलंपियाड की मशाल रिसीव करने के मौके पर आठ टॉप शतरंज प्लेयर के साथ शतरंज खेली।

रॉक गार्डन में ग्रैंड मास्टर दीप सेनगुप्ता ने शतरंज ओलंपियाड की मशाल रिसीव करने के मौके पर आठ टॉप शतरंज प्लेयर के साथ शतरंज खेली।
– फोटो : अमर उजाला

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पंजाब के राज्यपाल बनवारीलाल पुरोहित ने रॉक गार्डन में शतरंज ओलंपियाड के 44वें सत्र की मशाल रिले ग्रैंड मास्टर दीप सेनगुप्ता से गुरुवार को रॉक गार्डन में प्राप्त की। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 19 जून 2022 को नई दिल्ली के इंदिरा गांधी स्टेडियम में शतरंज ओलंपियाड की मशाल रिले का शुभारंभ किया था। इस मशाल को चेन्नई के पास महाबलीपुरम में पहुंचने से पहले 40 दिनों की अवधि में 75 शहरों में ले जाया जाएगा। राज्यपाल बनवारीलाल पुरोहित ने मशाल रिले की नई परंपरा की पहल के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का आभार व्यक्त किया।

उन्होंने कहा कि इस साल भारत शतरंज ओलंपियाड की मेजबानी भी करने जा रहा है। पुरोहित ने कहा कि आज जब भारत अपनी आजादी की 75 वीं वर्षगांठ के अवसर पर अमृत महोत्सव मना रहा है तो यह शतरंज ओलंपियाड मिसाल देश के 75 शहरों में जा रही है। राज्यपाल पुरोहित ने भारत के वैभव पूर्ण इतिहास का जिक्र करते हुए कहा कि हमारे पूर्वजों ने विश्लेषण क्षमता का अद्भुत इस्तेमाल करते हुए शतरंज जैसे खेलों का आविष्कार किया था। यह खेल आज पूरे विश्व में लोकप्रिय हो चुका है। उन्होंने कहा कि शतरंज खेल व्यक्ति के मस्तिष्क में ऊर्जा का संचार करता है। इससे हमें निरंतर अपने ध्येय की ओर आगे बढ़ने की प्रेरणा मिलती है। 

शतरंज ओलंपियाड 28 जुलाई से 10 अगस्त 22 तक चेन्नई में आयोजित किया जाएगा। वर्ष 1927 में आयोजित इस प्रतिष्ठित प्रतियोगिता की मेजबानी भारत में पहली बार और 30 साल बाद एशिया में हो रही है। 189 देशों के भाग लेने के साथ ही यह किसी भी शतरंज ओलंपियाड में सबसे बड़ी भागीदारी होगी। इसके उपरांत राज्यपाल ने मशाल रिले ग्रैंडमास्टर दीप सेनगुप्ता को सौंपी और आगे रवाना किया। इससे पहले समारोह में चंडीगढ़  चेस एसोसिएशन के प्रोफेसर अनिल रैना ने राज्यपाल का स्वागत किया और शतरंज ओलम्पियाड की विस्तृत जानकारी दी। आज के कार्यक्रम में चंडीगढ़ के डीसी विनय प्रताप, भाजपा नेता और यूटीसीए के अध्यक्ष संजय टंडन, एसएसपी कुलदीप चहल सहित बड़ी संख्या में लोग भी मौजूद रहे।

मान सरकार के पहले बजट में खेलों को विशेष तरजीह मिलेगी: गुरलाल सिंह
विश्व के 190 देशों के शतरंज खिलाड़ियों की भागीदारी वाली और भारत में पहली बार आयोजित होने जा रही 44वीं चेस ओलंपियाड की मशाल गुरुवार को पटियाला पहुंची। खुली जीप में सवार चेस के ग्रैंड मास्टर दीप सेन गुप्ता के हाथ में इस मशाल का एनआईएस में पंजाब सरकार, जिला प्रशासन, एनआईएस, खिलाड़ियों, विद्यार्थियों, नेहरू युवा केंद्र के वालंटियरों और पंजाब स्टेट चेस एसोसिएशन ने शानदार स्वागत किया गया। इस मौके पर विशेष तौर से पहुंचे घन्नौर से आप विधायक गुरलाल सिंह घन्नौर ने कहा कि उनकी पार्टी की सरकार के पहले बजट में भी खेलों को खास तरजीह मिलेगी। 

उन्होंने कहा कि यह मशाल शतरंज खेल के लिए एक नई शुरुआत है, जो नौजवानों को खेलों के साथ जोड़ने के लिए और बढ़ावा देगी। मुख्य मेहमान खेल व युवक सेवाएं विभाग पंजाब के प्रमुख सचिव राज कमल चौधरी ने कहा कि महाबलीपुरम (चेन्नई) में होने जा रही 44वीं चेस ओलंपियाड में पंजाब के छह खिलाड़ी हिस्सा लेंगे। डीसी साक्षी साहनी ने कहा कि इस मशाल ने नौजवानों में खेलों व खास करके शतरंज के खेल प्रति जोश भरा है। चेस ग्रैंड मास्टर दीप सेन गुप्ता ने पटियाला के छोटी उम्र के खिलाड़ियों के साथ शतरंज खेल कर उन्हें प्रेरित किया। 

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पंजाब के राज्यपाल बनवारीलाल पुरोहित ने रॉक गार्डन में शतरंज ओलंपियाड के 44वें सत्र की मशाल रिले ग्रैंड मास्टर दीप सेनगुप्ता से गुरुवार को रॉक गार्डन में प्राप्त की। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 19 जून 2022 को नई दिल्ली के इंदिरा गांधी स्टेडियम में शतरंज ओलंपियाड की मशाल रिले का शुभारंभ किया था। इस मशाल को चेन्नई के पास महाबलीपुरम में पहुंचने से पहले 40 दिनों की अवधि में 75 शहरों में ले जाया जाएगा। राज्यपाल बनवारीलाल पुरोहित ने मशाल रिले की नई परंपरा की पहल के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का आभार व्यक्त किया।

उन्होंने कहा कि इस साल भारत शतरंज ओलंपियाड की मेजबानी भी करने जा रहा है। पुरोहित ने कहा कि आज जब भारत अपनी आजादी की 75 वीं वर्षगांठ के अवसर पर अमृत महोत्सव मना रहा है तो यह शतरंज ओलंपियाड मिसाल देश के 75 शहरों में जा रही है। राज्यपाल पुरोहित ने भारत के वैभव पूर्ण इतिहास का जिक्र करते हुए कहा कि हमारे पूर्वजों ने विश्लेषण क्षमता का अद्भुत इस्तेमाल करते हुए शतरंज जैसे खेलों का आविष्कार किया था। यह खेल आज पूरे विश्व में लोकप्रिय हो चुका है। उन्होंने कहा कि शतरंज खेल व्यक्ति के मस्तिष्क में ऊर्जा का संचार करता है। इससे हमें निरंतर अपने ध्येय की ओर आगे बढ़ने की प्रेरणा मिलती है। 

शतरंज ओलंपियाड 28 जुलाई से 10 अगस्त 22 तक चेन्नई में आयोजित किया जाएगा। वर्ष 1927 में आयोजित इस प्रतिष्ठित प्रतियोगिता की मेजबानी भारत में पहली बार और 30 साल बाद एशिया में हो रही है। 189 देशों के भाग लेने के साथ ही यह किसी भी शतरंज ओलंपियाड में सबसे बड़ी भागीदारी होगी। इसके उपरांत राज्यपाल ने मशाल रिले ग्रैंडमास्टर दीप सेनगुप्ता को सौंपी और आगे रवाना किया। इससे पहले समारोह में चंडीगढ़  चेस एसोसिएशन के प्रोफेसर अनिल रैना ने राज्यपाल का स्वागत किया और शतरंज ओलम्पियाड की विस्तृत जानकारी दी। आज के कार्यक्रम में चंडीगढ़ के डीसी विनय प्रताप, भाजपा नेता और यूटीसीए के अध्यक्ष संजय टंडन, एसएसपी कुलदीप चहल सहित बड़ी संख्या में लोग भी मौजूद रहे।

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