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प्रदर्शनकारी खेमा बोला : सरकार की स्कूल एवं शिक्षा विरोधी नीतियों से कर्मचारी वर्ग में रोष
संवाद न्यूज एजेंसी
चरखी दादरी। हरियाणा विद्यालय अध्यापक संघ संबंधित सर्व कर्मचारी संघ हरियाणा एवं स्कूल टीचर फेडरेशन ऑफ इंडिया की जिला इकाई ने मांगों के लिए काला फीता बांधकर रोष प्रदर्शन किया। जिला प्रधान संजय शास्त्री के नेतृत्व में अध्यापकों ने हरियाणा सरकार की जन शिक्षा एवं आमजन विरोधी नीतियों के खिलाफ रोष जताया।
संजय शास्त्री ने बताया कि हरियाणा सरकार की स्कूल एवं शिक्षा विरोधी नीतियों के खिलाफ कर्मचारी वर्ग रोष में है। उन्होंने कहा कि सरकार ने पिछले 10 वर्षों से शिक्षा में सुधार के लिए किसी भी प्रकार के कर्मचारी संगठनों से बातचीत करना मुनासिब नहीं समझा।
कर्मचारियों की मांगों में पुरानी पेंशन स्कीम बहाल करना, रेशनेलाइजेशन एवं ट्रांसफर करना, गेस्ट टीचर का नियमित करना, कौशल रोजगार निगम को भंग करना, कंप्यूटर टीचर की सेवाएं नियमित करना, चौकीदारों को पक्का करना, समयबद्ध एसीपी व एलटीसी की व्यवस्था करना शामिल हैं। सरकार 4801 स्कूलों को मर्ज कर चुकी है। इसलिए अध्यापक संघ मांग करता है कि इन स्कूलों को डिमर्ज कर नई बस्तियों और नई जनसंख्या के हिसाब से नए स्कूल खोले जाएं।
संजय ने कहा कि प्रदेश में 30 हजार अध्यापकों की कमी है। इसलिए विद्यालयों में आवश्यकता अनुसार अध्यापकों की नियमित भर्ती की जाए। उन्होंने कहा कि कर्मचारियों के मेडिकल क्लेम में माता-पिता की 42 हजार की सीमा को खत्म किया जाए।
इस अवसर पर राकेश सहरावत, संजय कुमार मित्तल, रिंपी जैन, मंजूलता, राजेश, सरिता, ममता, कुलदीप सिंह, नवीन कुमार, नसीब, सुरेंद्र, तेजपाल, रजनीश, दीनदयाल आदि उपस्थित रहे।
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काला फीता लगाकर रोष प्रकट करते शिक्षक। स्रोत : संगठन
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Charkhi Dadri News: शिक्षा विरोधी नीतियों के खिलाफ अध्यापकों ने काला फीता बांधकर किया प्रदर्शन