चरखी दादरी। जनस्वास्थ्य विभाग शहर में नियमित और स्वच्छ पेयजल आपूर्ति करने का दावा करता है। हकीकत कुछ और है। आलम यह है कि वार्ड-1, 2, 3 और 4 में लोग अनियमित और खारे पानी की आपूर्ति का दंश झेल रहे हैं। कई बार लिखित व मौखिक शिकायत करने के बाद भी समस्या जस की तस बनी है। मजबूरीवश लोग घरों में टैंकर से पानी डलवाने व कैंपर रखवाने के लिए विवश हैं। इससे उन पर प्रतिमाह 7 लाख का अतिरिक्त बोझ पड़ रहा है।
संवाददाता ने रविवार को शहर के इन चारों वार्डाें में पेयजल आपूर्ति व्यवस्था का जायजा लिया। चारों वार्डों के लोग मौजूद व्यवस्था से नाखुश नजर आए। उन्होंने एक सुर में कहा कि आपूर्ति में आने वाला पानी सफाई कार्य को छोड़कर अन्य कहीं प्रयोग नहीं हो रहा है। लोगों ने बताया कि किसी वार्ड में दूसरे तो किसी में तीसरे दिन पानी की आपूर्ति होती है। उस दौरान भी खारा पानी घरों में पहुंचता है।
वार्ड एक में रहने वाली कमलेश सोनी, कृष्णा देवी, राजबाला, किरणबाला व संतोष देवी का कहना है कि वार्ड में विभाग के कर्मचारी नहरी पानी की आपूर्ति करने के बजाय ट्यूबवेल का पानी छोड़ते हैं। इससे चाय तक नहीं बना सकते। कविता, सुनीता, मुन्नी देवी और पिंकी ने बताया कि ऐसे ही हालात वार्ड-2 में बने है।
वार्ड-3 निवासी कांता, सोनिया, मोनिका, सुषमा और कुसुम ने बताया कि उनके वार्ड में पेयजल आपूर्ति तो समय पर होती है, लेकिन, इस पानी को किसी काम में प्रयोग नहीं कर सकते हैं। वहीं, नगर परिषद के उप प्रधान संदीप फोगाट के वार्ड-4 में भी लोग अनियमित और खारे पानी की आपूर्ति संबंधी समस्या से परेशान हैं।