[ad_1]
ओपन काउंसिलिंग के बाद भी युवा नहीं ले रहे रुचि, 14 अगस्त तक ले सकते हैं दाखिला
संवाद न्यूज एजेंसी
चरखी दादरी। जिले के पांच महाविद्यालयों में ओपन काउंसिलिंग के जरिए स्नातक की रिक्त सीटों को भरा जा रहा है। आवेदक बीकॉम के बजाय बीए कोर्स में अधिक रुझान दिखा रहे हैं। अब तक संस्थानों में रिक्त सीटें नहीं भर पाई हैं। अब दाखिले के इच्छुक उम्मीदवार 14 अगस्त तक ओपन काउंसिलिंग से दाखिला ले सकते हैं।
जनता कॉलेज दाखिला नोडल अधिकारी डॉ. नीरज गर्ग ने बताया कि संस्थान में स्नातक में तीन संकायों की 960 सीटें हैं। इनमें से अब तक केवल 451 सीटों पर ही दाखिले हो पाए हैं। बीए की 560 सीटों पर केवल 120 युवाओं ने दाखिला लिया है। जबकि गत सालों में बीए की सीटें भरती रही हैं। इस साल बीए में 100 दाखिले कम हुए हैं। वहीं, बीकॉम की 160 सीटों पर 49 दाखिले हुए हैं। पिछले साल के मुकाबले इस साल 15 दाखिले ज्यादा हुए हैंं। बीएससी मेडिकल संकाय में 80 में से 33 और नॉन मेडिकल में 160 में से 49 सीटें भरी हैंं। संस्थान की अभी 511 सीटें रिक्त हैं।
वहीं, एपीजे कॉलेज के अधीक्षक डॉ. सज्जन गुप्ता ने बताया कि संस्थान में 560 सीटें हैं। इनमें बीए की 400 में से 184, बीकॉम में 80 में से 16 और बीएससी एनएम में 80 में से 11 सीटों पर ही दाखिले हो पाए हैं। संस्थान की 349 सीटें अब तक खाली हैं।
इसी प्रकार, राजकीय पीजी कॉलेज के नोडल अधिकारी डॉ. रणधीर सिंह ने बताया कि संस्थान में दो संकायों की 320 सीटें हैं। इनमें बीए की 240 में से 157 सीटों पर दाखिले हुए हैं। बीकॉम की 80 में से 11 सीटें भर पाई हैं। संस्थान में अभी 152 सीटें खाली हैं। बौंदकलां राजकीय कॉलेज प्राचार्य ऋषिपाल ने बताया कि संस्थान में कुल 320 सीटों पर 210 दाखिले हुए हैं। बीए में 43 सीटें और बीकॉम की 80 में से 63 सीटें दाखिले के इंतजार में हैं।
इसी प्रकार, झोझूकलां महिला महाविद्यालय के दाखिला अधिकारी डॉ. दिनेश ने बताया कि संस्थान में तीन संकायों में 720 सीटें हैं। इनमें से बीए की 480 सीटों पर 209, बीकॉम की 80 में से 20 और बीएससी एनएम की 80 में से 40 सीटों पर दाखिले हुए हैं। संस्थान की 451 सीटें खाली हैं।
कोचिंग की ओर भाग रहे युवा
डॉ. नीरज गर्ग ने बताया कि युवा कोचिंग की ओर ज्यादा रुझान किए हुए हैं। इसका सीधा असर कॉलेज दाखिलों पर पड़ा है। अगर युवा अपने भविष्य को देखकर चलें तो सफल हो सकते हैं। उन्हें अपना लक्ष्य बनाकर चलना चाहिए। दूसरे का अनुसरण कर फैसला न लें। इसके चलते बीकॉम जैसे कोर्स में दाखिले कम हो रहे हैं। कुछ युवा बीए में दाखिला लेकर कोचिंग के लिए दूसरे शहरों में पलायन कर रहे हैं।
फोटो – 13
डॉ. नीरज गर्ग।
फोटो – 14
जनता कॉलेज।
[ad_2]
Charkhi Dadri News: महाविद्यालयों में कॉमर्स की 60 प्रतिशत सीटें हैं खाली