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एमआरएफ सेंटर में धरना देते एजेंसी के कर्मचारी व समर्थन करने पहुंचे पार्षद प्रतिनिधि विरेंद्र चर
एजेंसी के 39 कर्मचारियों को नहीं मिला है दो माह से वेतन, त्योहारी सीजन में जेब खाली होने से कर्मचारियों में रोष
कचरा संग्रहण केंद्रों और घरों से नहीं हो पाया कचरे का उठान
संवाद न्यूज एजेंसी
चरखी दादरी। एजेंसी सफाई कर्मचारियों ने वेतन न मिलने की मांग के संबंध में शनिवार को शहर स्थित एमआरएफ सेंटर पर अनिश्चतकालीन धरना शुरू कर दिया। कर्मचारियों ने शनिवार को शहर में कचरा उठान नहीं किया और डंपिंग पाॅइंटों पर भी कचरे के ढेर लगे रहे। इसके अलावा 30 हजार घरों में भी दिनभर कचरा पड़ा रहा, लेकिन कोई उठाने नहीं पहुंचा। वहीं, सुपरवाइजर धरने से किनारा किए हुए हैं।
बता दें कि शहर में सफाई कार्य नगर परिषद और एजेंसी के कर्मचारी मिलकर करते हैं। नगर परिषद के कर्मचारी शहर में सफाई करते हैं। जबकि एजेंसी के कर्मचारी गाड़ी लेकर कचरे का उठान करते हैं। हड़ताल में शामिल एजेंसी के कर्मचारी संदीप फौगाट ने बताया कि एजेंसी में 21 ऑटो टीपर चालक हैं। ये शहर के लगभग 30 हजार घरों से प्रतिदिन 45 से 50 टन कचरे का उठान करते हैं। इनके अलावा चार ट्रैक्टर, एक जेसीबी और एक लोडर चालक भी एजेंसी के लिए काम करते हैं। वहीं, कचरा उठान कार्य के लिए 11 सहायकों समेत एमआरएफ सेंटर पर एक चौकीदार और चार सुपरवाइजर नियुक्त हैं।
हड़ताल में शामिल कर्मचारियों ने बताया कि ऑटो चालक को 11,700, चौकीदार व हेल्पर को दस हजार और सुपरवाइजर 18 हजार रुपये वेतन लेते हैं। अन्य कर्मचारियों को 11 हजार रुपये मासिक वेतन दिया जाता है। उन्होंने बताया कि पिछले तीन माह से कर्मचारियों को वेतन नहीं मिला है। उन्होंने एजेंसी प्रतिनिधि से बात की तो उन्होंने बिल पास न होने की बात कही। बिना वेतन के त्योहारी सीजन में घर चलाना मुश्किल हो गया है।
अब वेतन न मिलने पर सुपरवाइजर को छोड़कर बाकी सभी कर्मचारी एमआरएफ सेंटर में धरने पर बैठ गए हैं। कर्मचारियों का कहना है कि दो माह का वेतन मिलने के बाद ही हड़ताल खत्म करेंगे। तब तक शहर से कचरे का उठान नहीं किया जाएगा।
– लोग करते रहे ऑटो टीपर आने का इंतजार
हड़ताल के चलते शनिवार को एजेंसी के 25 वाहनों के अलावा कोई भी कर्मचारी काम पर नहीं गया। लोग कचरा निस्तारण के लिए दिनभर एजेंसी के ऑटो टीपर आने का इंतजार करते रहे। वहीं, कचरा संग्रहण केंद्र पर भी कचरा पड़ा सड़ता रहा। कर्मचारियों का कहना है कि एजेंसी बिल पास न होने का बहाना बनाकर उनका वेतन रोके हुए हैं।
पार्षद प्रतिनिधि पहुंचे समर्थन देने
पार्षद प्रतिनिधि विरेंद्र सिंह ने भी मौके पर पहुंचकर कर्मचारियों का समर्थन किया। उन्होंने कहा कि पहले नगर परिषद की ओर से सफाई की जाती थी, लेकिन ठेका देने बाद से शहर की सफाई व्यवस्था चरमरा गई है। और कचरे का उठान भी उचित तरीके से नहीं हो पाता है।
वर्सन:
एजेंसी के कर्मचारी हड़ताल पर होने के चलते घरों से कचरे का उठान नहीं हो पाया। हमारे कर्मचारियों ने अपना काम किया है।
-अरुण कुमार, कार्यवाहक प्रभारी, नगर परिषद सफाई शाखा
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एमआरएफ सेंटर में धरना देते एजेंसी के कर्मचारी व समर्थन करने पहुंचे पार्षद प्रतिनिधि विरेंद्र चरखी। संवाद
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शहर के कचरा संग्रहण केंद्र पर पड़ा कचरा। संवाद
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एमआरएफ सेंटर में खड़े कचरा उठान में प्रयोग किए जाने वाले वाहन। संवाद
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Charkhi Dadri News: एजेंसी कर्मियों की हड़ताल से 30 हजार घरों से नहीं उठा कचरा