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पुलिस (सांकेतिक तस्वीर) – फोटो : Amar Ujala
विस्तार
चंडीगढ़ पुलिस में वर्ष 2008 में कांस्टेबल पद पर भर्ती हुए जवानों को जल्द ही हैड कांस्टेबल बनाने के लिए प्रमोशन का तोहफा मिलेगा। पुलिस मुख्यालय की ओर से इस बैच के सभी जवानों की वर्क एंड कंडक्ट रिपोर्ट तलब कर ली है।
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चंडीगढ़ पुलिस मुख्यालय की ओर से एएसआई को लेकर प्रमोशन की लिस्ट जारी कर दी गई है।
जांच अधिकारी की कैटेगरी में आएंगे
प्रमोशन मिलने के बाद इन जवानों को पर्सनल रैंक देकर हैड कांस्टेबल बना दिया जाएगा। लेकिन प्रमोशन मिलने के बाद भी इन जवानों की न तो सैलरी बढ़ेगी और न ही उन्हें हैड कांस्टेबल पद के अनुसार कोई अतिरिक्त भत्ता मिलेगा। हालांकि प्रमोशन के बाद यह जांच अधिकारी की कैटेगिरी में आ जाएंगे और यह थाने-चौकियों में जांच कर सकेंगे। इसके अलावा मुख्यालय की ओर से एएसआई से एसआई प्रमोट करने के लिए भी जवानों की वर्क एंड कंडक्ट रिपोर्ट मांगी है जिसे मुख्यालय में जमा करवाया जा रहा है।
तीन श्रेणियों में होती है पदोन्नति
दरअसल यूटी पुलिस में कांस्टेबल से हेड कांस्टेबल बनने के लिए तीन श्रेणियों में पदोन्नति की जाती है। इनमें 70 प्रतिशत कोटा वरिष्ठता का, 25 प्रतिशत बी-वन टेस्ट और 5 प्रतिशत स्पोर्ट्स कोटे के लिए आरक्षित होती है। करीब 35 साल से यूटी पुलिस में केवल वरिष्ठता व खेल कोटे से ही पदोन्नति दी जा रही थी लेकिन कुछ महीने पहले ही यूटी में महानिदेशक सुरेंद्र सिंह यादव के संज्ञान में बी-वन टेस्ट नहीं होने का मामला आया और उन्होंने कागजी कार्रवाई के बाद परीक्षा आयोजित करवाई।
पुलिस के कुल 1361 कांस्टेबलों में से केवल 945 जवान ही परीक्षा में शामिल हुए जबकि 416 कांस्टेबलों ने परीक्षा से किनारा कर लिया था। इसी के चलते कुछ जवानों ने महकमे के आलाधिकारियों के खिलाफ पहले कैट और फिर हाईकोर्ट में याचिका दायर कर दी। हाईकोर्ट ने परीक्षा में शामिल होने वाले जवानों का परिणाम रोकने पर ही आदेश जारी कर दिए जब तक हाईकोर्ट की ओर से मामले में फैसला नहीं आ जाता। ऐसे में वर्ष 2005 बैच के जवानों की प्रमोशन का मामला हाईकोर्ट में विचाराधीन है।
पर्सनल रैंक तो बढ़ेगा पर कोई आर्थिक फायदा नहीं मिलेगा
वहीं, अब कुछ दिन पहले सेक्टर-9 पुलिस मुख्यालय की ओर से वर्ष 2008 बैच के करीब 260 जवानों की वर्क एंड कंडक्ट रिपोर्ट तलब की है जिसको लेकर एक प्रोफार्मा भी जारी किया गया है। इसमें जवानों को वर्क एंड कंडक्ट रिपोर्ट में यह भी बताना होगा कि उनके खिलाफ कोई विभागीय जांच या कोई अपराधिक या भ्रष्टाचार से संबंधित मामला तो दर्ज नहीं हैं। इस रिपोर्ट के आधार पर ही मुख्यालय द्वारा कुछ दिन बाद प्रमोशन के आदेश जारी होंगे। लेकिन इस प्रमोशन में जवानों को केवल हैड कांस्टेबल का पर्सनल रैंक मिलेगा। इस पीआर में जवानों को आर्थिक तौर पर कोई सैलरी बढ़ोतरी या फिर अतिरिक्त भत्ता नहीं मिलेगा। हालांकि पीआर मिलने के बाद यह जांच अधिकारी बन जाएंगे।
छह महीने पहले एचसी, एएसआई व एसआई को मिली थी प्रमोशन
यूटी पुलिस मुख्यालय की ओर से करीब छह महीने पहले हैड कांस्टेबल से लेकर एसआई पद तक करीब 93 पुलिस जवानों को प्रमोशन का तोहफा मिला था। इनमें 41 जवानों को एएसआई से सब इंस्पेक्टर और 48 हैड कांस्टेबल को एएसआई के रूप में पदोन्नति मिली थी। इसके अलावा चार एसआई को इंस्पेक्टर भी बनाया गया था। एएसआई बनने वालों में रेजीमेंटल नंबर 1938 से लेकर 1970 रेजीमेंटल नंबर तक के जवानों को प्रमोट करके एएसआई बनाया गया था।
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Chandigarh Police: 2008 बैच के जवान बनेंगे हेड कांस्टेबल… फिर भी न बढ़ेगी सैलरी, न कोई अतिरिक्त भत्ता