“_id”:”67008989d65b66c9700260c7″,”slug”:”books-sold-at-high-price-court-gave-compensation-of-two-thousand-rupees-chandigarh-news-c-16-pkl1043-533039-2024-10-05″,”type”:”story”,”status”:”publish”,”title_hn”:”Chandigarh News: महंगी बेची किताबें, अदालत ने दो हजार दिलाया मुआवजा”,”category”:”title”:”City & states”,”title_hn”:”शहर और राज्य”,”slug”:”city-and-states”
चंडीगढ़। शहर की संदीप कौर ने लो प्राइस पब्लिकेशन के खिलाफ उपभोक्ता आयोग में केस दायर कर आरोप लगाया कि उन्होंने 31 अगस्त 2021 को 14 किताबें खरीदी थीं, जिनकी कुल कीमत 4,556 थी। उन्होंने देखा तो पाया कि किताबों पर छपे वास्तविक मूल्य से अधिक मूल्य के स्टिकर ऊपर से लगाए गए थे। इसके चलते उन्हें 156 रुपये ज्यादा कीमत चुकानी पड़ी। अदालत में लो प्राइस पब्लिकेशन ने अपने जवाब में कहा कि अप्रैल 2021 में कीमतें बदली गई थीं। इसे सभी विक्रेताओं को सूचित किया था। उन्होंने किसी तरह की कोताही बरतने से इंकार किया और कहा कि वे केवल विक्रेता हैं। इस विवाद में उनका कोई सीधा संबंध नहीं है। अदालत ने दोनों पक्षों की दलीलें सुनने और प्रस्तुत दस्तावेजों की समीक्षा करने के बाद पाया कि शिकायतकर्ता को किताबों पर लगाए गए स्टिकर की वजह से 156 रुपये का अतिरिक्त भुगतान करना पड़ा। आयोग ने इसे अनुचित व्यापार अभ्यास मानते हुए प्रतिवादियों को जिम्मेदार ठहराया और निर्देश दिया कि लो प्राइस पब्लिकेशन शिकायतकर्ता को दो हजार रुपये मानसिक उत्पीड़न और कानूनी खर्चों के लिए 12 प्रतिशत वार्षिक ब्याज के साथ भुगतान करेगा।
Chandigarh News: महंगी बेची किताबें, अदालत ने दो हजार दिलाया मुआवजा