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संवाद न्यूज एजेंसी
अमृतसर। राॅकेट प्रोपेल्ड ग्रेनेड (आरपीजी) मंगवाने वाले हरप्रीत सिंह को वीरवार को शाम फिरोजपुर जेल से अमृतसर देहाती पुलिस के स्पेशल सेल लाया जाएगा। इससे पहले विक्की की ओर से जेल में इस्तेमाल किए गए उसके मोबाइल को स्पेशल सेल के थाने में भेज दिया गया है। फॉरेंसिक टीमें विक्की के मोबाइल का डाटा खंगालेंगी। विक्की के मोबाइल से पाकिस्तानी संपर्कों का भी पता चला है। इनके मार्फत विक्की पाकिस्तान की खुफिया एजेंसी आईएसआई के संपर्क में था। अदालत ने वडाली निवासी महकदीप सिंह उर्फ महक और बग्गा छीना गांव निवासी आदित्य तीन दिन के पुलिस रिमांड पर भेजा है। आरोपियों ने पुलिस हिरासत में कई राज खोले हैं। दोनों ने स्वीकार किया है कि उन्हें यह आरपीजी ठिकाने लगाने की एवज में बीस हजार रुपये का भुगतान किया जाना था।
जेल में बंद हरप्रीत सिंह उर्फ विक्की ने ही उक्त भुगतान करवाना था। उन्हें इसकी कोई जानकारी नहीं है कि बीस हजार रुपये किसके मार्फत उन्हें कब दिया जाना था। जांच में सामने आया है कि महकदीप वेटरनेरी डाॅक्टर के पास नौकरी कर रहा था। जांच में पता चला है कि आदित्य और महकदीप सिंह का आज तक कोई पासपोर्ट भी नहीं बना। स्पेशल सेल की टीम ने मंगलवार की सुबह महकदीप और आदित्य को पाकिस्तान की खुफिया एजेंसी आईएसआई की ओर से भेजी गई आरपीजी के साथ गिरफ्तार किया था। यह आरपीजी टैंक को ध्वस्त करने में सक्षम है।
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Chandigarh News: आरपीजी मंगवाने वाले का मोबाइल जेल से लाया गया स्पेशल सेल