[ad_1]
शंभू और खनौरी सीमा पर किसानों के धरने से हटाने के बाद राज्यभर में तनाव का माहौल है। किसानों ने पुलिस कार्रवाई का विरोध करते हुए विभिन्न स्थानों पर प्रदर्शन किए हैं। किसानों ने बठिंडा में पुलिस हिरासत में रहते हुए थाने की छत पर चढ़कर प्रदर्शन किया। किसानों ने पंजाब सरकार पर धोखा देने और किसान विरोधी होने का आरोप लगाते हुए नतीजे भुगतने की चेतावनी दी है।

किसानों ने राष्ट्रीय राजमार्ग किया जाम : तरनतारन में किसानों ने डीसी ऑफिस के सामने धरना दिया और राष्ट्रीय राजमार्ग को जाम किया। सुनाम में भारतीय किसान यूनियन उगराहां ने केंद्र और पंजाब सरकार के पुतले फूंके व लोकतांत्रिक अधिकारों के हनन का आरोप लगाया। जगरांव में किसानों ने मुख्यमंत्री भगवंत मान का पुतला फूंका। शंभू सीमा खुलने से उद्योग जगत में खुशी की लहर है, क्योंकि 13 महीने के धरने से व्यापार ठप्प होने की कगार पर था। उद्योगपतियों ने सरकार से किसानों की मांगों को पूरा करने की अपील की है।
…पर 13 महीने में हो गया 600 करोड़ का नुकसान
अंबाला सिटी। शंभू सीमा के खुलने से कपड़ा मार्केट सहित शंभू सीमा के निकटवर्ती दुकानदारों व ग्रामीणों को भी 13 महीने बाद राहत मिली है। कपड़ा मार्केट में विभिन्न बाजारों को शंभू सीमा खुलने के बाद से खुशी का माहौल है। बृहस्पतिवार को कपड़ा मार्केट बंद होने के कारण दुकानें बंद थी, लेकिन कालका चौक पर स्थित मार्केट के दुकानदारों ने एक दूसरे का मुंह मीठा कराकर खुशी मनाई।
यह भी पढ़ें : Mohali News: बॉर्डर पर किसानों की गिरफ्तारी और जबरदस्ती के खिलाफ मुख्यमंत्री का पुतला फूंक नारेबाजी की
402 दिन तक सीमा बंद होने से अंबाला के व्यापारी पंजाब में कारोबार नहीं कर सके। इसके कारण उन्हें 600 करोड़ रुपये का नुकसान हुआ है। अब दुकानदारों को सीमा खुलने से राहत मिलेगी। वहीं शंभू टोल प्लाजा के निकट लगते पेट्रोल पंप व ढाबे भी समाप्त होने की कगार पर हैं। शंभू सीमा खुलने से उन्हें भी उम्मीद की किरण नजर आ रही है।
किसानों के खिलाफ भाजपा व आप ने हाथ मिलाया : खरगे
नई दिल्ली। शंभू और खनौरी सीमा खाली करने और राजमार्ग को यातायात के लिए खोलने पर कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने आम आदमी पार्टी और भाजपा पर हमला बोला। उन्होंने कहा, सत्ता के अहंकार में चूर भाजपा व आप दोनों ही किसानों की अपराधी रही हैं। कांग्रेस अध्यक्ष ने सोशल मीडिया पर कहा, दो किसान विरोधी पार्टियों ने देश के अन्नदाताओं के खिलाफ आपस में हाथ मिला लिया है।
यह भी पढ़ें : Muzaffarnagar: पंजाब में किसानों का धरना समाप्त, भाकियू प्रवक्ता चाैधरी राकेश टिकैत ने कह दी बड़ी बात
सिंघु सीमा से कंक्रीट के बैरिकेड हटाने शुरू
किसानों के दिल्ली कूच के बाद सिंघु बाॅर्डर पर लगे कंक्रीट के बैरिकेड को 13 माह बाद हटाने का काम शुरू कर दिया गया है। बृहस्पतिवार को सिंघु बाॅर्डर स्थित दोनों कैरिज-वे को खोलने का काम शुरू कर दिया गया। हालांकि 27 फरवरी 2024 को दोनों कैरिज-वे की दोनों तरफ की दो लेन और सर्विस लेन को वाहनों के लिए खोल दिया था। ऐसे में अब दिल्ली से कुंडली जाने वालों को राहत पहुंचेगी और बिना जाम के निकल सकेंगे।
हरियाणा से सटे पंजाब के शंभू व खनौरी बाॅर्डर के खुलने के बाद बृहस्पतिवार को सिंघु बाॅर्डर से भी बैरिकेड हटाने का काम शुरू कर दिया गया। क्रेन के जरिये बृहस्पतिवार सुबह से कैरिज-वे पर लगे जर्सी बैरियर और कंक्रीट के बैरिकेट को हटाने का काम शुरू किया। बाहरी उत्तरी जिले के एक पुलिस अधिकारी ने बताया कि सीमेंट के जर्सी बैरियर को हटाने का काम अगले तीन से चार दिनों में पूरा कर दिया जाएगा।
किसानों के दिल्ली कूच के ऐलान के बाद 11 फरवरी 2024 को सिंघु सीमा से पूरी तरह से वाहनों की आवाजाही बंद कर दी गई थी। हरियाणा की तरफ जाने वाली सड़क के दोनों तरफ कंक्रीट के बैरिकेड लगाए गए थे। कंटीले तार लगाकर सीमा सील कर दी गई थी, जिससे पैदल यात्रियों काे भी यहां से गुजरने में काफी दिक्कत आ रही थी।
27 फरवरी 2024 को सिंघु बाॅर्डर की दोनों सर्विस रोड को खोल दिया गया था, लेकिन यहां स्थित कैरिज-वे की दोनों तरफ की दो-दो लेन ही खोली गई थीं, लेकिन दो लेन पर बैरिकेड लगे थे। बृहस्पतिवार सुबह से ही मजदूरों ने वहां पहुंचकर बैरिकेड हटाने का काम शुरू कर दिया।
आम आदमी पार्टी किसानों के साथ : संजय सिंह

आप के राज्यसभा सांसद संजय सिंह ने बृहस्पतिवार को कहा कि पार्टी किसानों के साथ है। पार्टी किसानों के खिलाफ लाए गए तीन कानूनों का विरोध करती है। केंद्र सरकार ने किसानों को गिरफ्तार करने के लिए स्टेडियम मांगा तो तत्कालीन मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने दिल्ली के स्टेडियम को जेल नहीं बनने दिया। संसद में आवाज उठाने पर मुझे सदन से निलंबित कर दिया गया।
वहीं, दिल्ली विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष आतिशी ने कहा कि आप हमेशा किसानों के साथ खड़ी रही है। केंद्र सरकार के तीन कानूनों के खिलाफ किसान प्रदर्शन कर रहे हैं। वहीं, राष्ट्रीय महासचिव (संगठन) व सांसद डॉ. संदीप पाठक ने कहा कि किसानों की समस्याओं का निवारण केंद्र सरकार ही कर सकती है। किसानों की मांग करने की सही जगह केंद्र सरकार ही है। किसान अपनी मांगें वहां करें, जहां से केंद्र सरकार सुने, समझे और उत्तर दे।
[ad_2]
Chandigarh : शंभू-खनौरी सीमा पर धरने में बैठे किसानों को हटाने का विरोध, पंजाब में तनाव; मान सरकार को चेतावनी