Chandigarh: किशनगढ़ में 25 और हल्लोमाजरा में 10 अवैध निर्माण पर चलेगा बुलडोजर


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सरकारी जमीन पर कब्जा और अवैध निर्माण के खिलाफ चंडीगढ़ प्रशासन के विभिन्न विभागों ने अभियान छेड़ रखा है। इसी कड़ी में एस्टेट ऑफिस अब किशनगढ़ और हल्लोमाजरा में कार्रवाई की तैयारी कर रहा है। इसके लिए विभाग ने पुलिस बल की मांग की है ताकि कार्रवाई को बिना किसी बाधा के पूरा किया जा सके।

सूत्रों के अनुसार, किशनगढ़ में लाल डोरे के बाहर के कुछ अवैध निर्माण पर शनिवार को विभाग अपना बुलडोजर चला सकता है जबकि हल्लोमाजरा में रविवार को कार्रवाई की तैयारी है। अगर विभाग को पुलिस बल मिल गया तो शनिवार को किशनगढ़ में अवैध निर्माण पर कार्रवाई की जाएगी। 

यहां पर लाल डोरे के बाहर करीब 25 अवैध निर्माण चिह्नित किए गए हैं। वहीं, हल्लोमाजरा में 8 से 10 अवैध निर्माण गिराए जाने हैं। विभाग की तरफ से समय-समय पर लाल डोरे के बाहर सर्वे भी करवाया जाता है और रूटीन में भी अभियान चलाया जाता है। 

लाल डोरे के बाहर करीब 254 एकड़ पर है निर्माण
गांवों में लाल डोरा एक एक्सटेंशन है, जिसे गांववासी नॉन एग्रीकल्चर पर्पज के लिए इस्तेमाल कर सकते हैं। इस जमीन पर वे मवेशी आदि रख सकते हैं। लैंड रेवेन्यू डिपार्टमेंट ने इस एरिया को लाल डोरे के नाम से चिह्नित किया है। इसके बाहर कृषि भूमि पर किसी भी तरह का निर्माण अवैध माना जाता है। प्रशासन के अनुसार शहर के गांवों में लाल डोरे के बाहर करीब 254 एकड़ एरिया में लोगों ने अवैध निर्माण कर रखा है, जिसमें कि कुल तीन हजार के करीब अवैध घर शामिल हैं।

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सरकारी जमीन पर कब्जा और अवैध निर्माण के खिलाफ चंडीगढ़ प्रशासन के विभिन्न विभागों ने अभियान छेड़ रखा है। इसी कड़ी में एस्टेट ऑफिस अब किशनगढ़ और हल्लोमाजरा में कार्रवाई की तैयारी कर रहा है। इसके लिए विभाग ने पुलिस बल की मांग की है ताकि कार्रवाई को बिना किसी बाधा के पूरा किया जा सके।

सूत्रों के अनुसार, किशनगढ़ में लाल डोरे के बाहर के कुछ अवैध निर्माण पर शनिवार को विभाग अपना बुलडोजर चला सकता है जबकि हल्लोमाजरा में रविवार को कार्रवाई की तैयारी है। अगर विभाग को पुलिस बल मिल गया तो शनिवार को किशनगढ़ में अवैध निर्माण पर कार्रवाई की जाएगी। 

यहां पर लाल डोरे के बाहर करीब 25 अवैध निर्माण चिह्नित किए गए हैं। वहीं, हल्लोमाजरा में 8 से 10 अवैध निर्माण गिराए जाने हैं। विभाग की तरफ से समय-समय पर लाल डोरे के बाहर सर्वे भी करवाया जाता है और रूटीन में भी अभियान चलाया जाता है। 

लाल डोरे के बाहर करीब 254 एकड़ पर है निर्माण

गांवों में लाल डोरा एक एक्सटेंशन है, जिसे गांववासी नॉन एग्रीकल्चर पर्पज के लिए इस्तेमाल कर सकते हैं। इस जमीन पर वे मवेशी आदि रख सकते हैं। लैंड रेवेन्यू डिपार्टमेंट ने इस एरिया को लाल डोरे के नाम से चिह्नित किया है। इसके बाहर कृषि भूमि पर किसी भी तरह का निर्माण अवैध माना जाता है। प्रशासन के अनुसार शहर के गांवों में लाल डोरे के बाहर करीब 254 एकड़ एरिया में लोगों ने अवैध निर्माण कर रखा है, जिसमें कि कुल तीन हजार के करीब अवैध घर शामिल हैं।

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