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Agency:News18 Haryana

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Rail Budget Expectations : फरीदाबाद में रिक्शा चालक और यात्री रेलवे सेवा की कमी से परेशान हैं. लॉकडाउन के बाद लोकल ट्रेनें बंद होने से उनकी आमदनी प्रभावित हुई है. लोग रेल बजट में बेहतर ट्रेन सेवाओं और पुराने शट…और पढ़ें
रेल बजट से रोज़गार और यात्रा में सुधार की उम्मीद.
हाइलाइट्स
- रेल बजट में बल्लभगढ़ से बिहार ट्रेन सेवा की मांग.
- लॉकडाउन के बाद बंद ट्रेन सेवाओं से रिक्शा चालकों की आमदनी प्रभावित.
- लोगों की मांग: शटल ट्रेनें फिर से शुरू की जाएं.
फरीदाबाद. 1 फरवरी को आने वाला रेल बजट आम लोगों के लिए बहुत अहम है. खासकर उन लोगों के लिए जो रोजाना ट्रेन से यात्रा करते हैं या अपने रोजगार के लिए परिवहन पर निर्भर हैं. बल्लभगढ़ में रिक्शा चलाने वाले बलराम यादव ने बताया कि लॉकडाउन के बाद से लोकल ट्रेनें बंद कर दी गई हैं, जिससे उनकी कमाई बहुत प्रभावित हुई है. पहले जो सवारी लोकल ट्रेन से आती थीं, अब वो नहीं आतीं जिससे उनकी आमदनी पूरी तरह से ठप हो गई है. इसके अलावा बल्लभगढ़ से बिहार जाने के लिए भी कोई ट्रेन नहीं है जबकि पहले तूफान एक्सप्रेस चला करती थी. वह चाहते हैं कि सरकार इस मुद्दे पर ध्यान दे और बल्लभगढ़ से बिहार के लिए ट्रेन सेवा शुरू की जाए ताकि उनकी रोजी-रोटी का संकट दूर हो सके.
लोकल ट्रेनें न चलने से रिक्शा चालकों की आमदनी प्रभावित
रिक्शा चालक राजेंद्र पासवान भी इस समस्या से जूझ रहे हैं. उन्होंने बताया कि पिछले 40 साल से वह बल्लभगढ़ में रिक्शा चला रहे हैं लेकिन ट्रेन सेवा के बंद होने से उनका काम में बहुत मंदी आ गई है. इसके साथ ही लक्षण मंडल ने भी अपनी कठिनाई साझा की. वह बिहार के लखीसराय से हैं और बल्लभगढ़ में रहते हुए रिक्शा चलाते हैं. उन्होंने बताया कि वह और उनका परिवार मुश्किलों का सामना कर रहे हैं. राशन और अन्य जरूरी सामान मिलना भी मुश्किल हो गया है. उनका मकान का किराया 4000 रुपये है जो पूरी तरह से परिवार के लिए भारी पड़ता है. उनका कहना है कि रेल बजट में आम लोगों के हक में कुछ फैसले लिए जाएं ताकि उनकी जिंदगी में सुधार हो सके.
मिले बेहतरीन ट्रेन सुविधा
राजू जो पलवल का रहने वाले हैं और फरीदाबाद के आईएमटी में काम करते हैं वह भी परेशान हैं. उन्होंने बताया कि ट्रेनें बहुत लेट आती हैं और भीड़ इतनी ज्यादा होती है कि कई बार वे चढ़ ही नहीं पाते. इससे उनकी यात्रा में काफी परेशानी होती है. वह चाहते हैं कि लॉकडाउन से पहले जैसी ट्रेनें चल रही थीं वैसी ही ट्रेनें फिर से चलनी चाहिए. उनके अनुसार ट्रेन में चढ़ने से पहले ही लोग उतर जाते हैं क्योंकि उन्हें डर रहता है कि हादसा हो सकता है.

लोगों की मांग
कोसीकलां से आने वाले राम कुमार ने भी इस रेल बजट से उम्मीद जताई है कि जो शटल ट्रेनें बंद कर दी गई थीं उन्हें फिर से शुरू किया जाए. उनका कहना है कि ट्रेन की चेकिंग भी सही तरीके से नहीं होती और कई लोग बिना टिकट के यात्रा करते हैं जिससे यात्रियों को परेशानी होती है. सतपाल सिंह ने भी इस मुद्दे को उठाया और कहा कि जो ट्रेनें लॉकडाउन से पहले चलती थीं उन्हें फिर से चालू किया जाए. कई बार उन्होंने प्रशासन से इस बारे में शिकायत की लेकिन कोई समाधान नहीं निकला.
Faridabad,Haryana
January 29, 2025, 14:52 IST
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