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भिवानी। सहायक श्रम आयुक्त कार्यालय और बाल कल्याण समिति व संरक्षण अधिकारी ने बाल श्रम के खिलाफ शहर में विभिन्न जगहों पर छापा मारा। इस दौरान दो किराना की दुकानों पर नाबालिग बच्चों से काम कराया जा रहा था। मामले की शिकायत शहर थाना पुलिस को दी। पुलिस ने दोनों दुकानदारों के खिलाफ जुवेनाइल जस्टिस एक्ट सहित बाल श्रम एक्ट के तहत केस दर्ज किया है।
बचपन बचाओ आंदोलन के राज्य कोऑर्डिनेटर पुनीत शर्मा, श्रम विभाग के निरीक्षक रविशंकर, बाल कल्याण समिति सदस्य सतेंद्र तंवर, संरक्षण अधिकारी संदीप कुमार के साथ टीम ने शहर के विभिन्न हिस्सों में छापा मारा। इस दौरान जैन चौक क्षेत्र स्थित चिराग किराना स्टोर पर दुकान मालिक सोमनाथ द्वारा मूल रूप से बिहार निवासी 15 साल के बच्चे से काम कराया जा रहा था।

पूछताछ में टीम को सोमनाथ ने बताया कि बच्चे के पिता की मौत हो चुकी है। उसकी मां ने उसे यहां काम पर छोड़ा है। बच्चा सुबह 10 बजे से शाम सात बजे तक काम करता है। अभी इसे कोई वेतन नहीं दिया जा रहा है।
वहीं दूसरी तरफ गोशाला मार्केट स्थित संतोष हैंडीक्राफ्ट पर ओमप्रकाश नामक व्यक्ति की दुकान पर भी 15 साल का एक लड़का काम करता हुआ मिला। पूछताछ में सामने आया कि दो दिन से बच्चा सुबह नौ बजे से शाम छह बजे तक यहां मात्र छह हजार रुपये में काम करता है। टीम ने दोनों बच्चों को रेस्क्यू किया।
बच्चों का मेडिकल कराने के बाद उन्हें बाल कल्याण समिति के सम्मुख पेश किया। वहीं बचपन बचाओ आंदोलन के राज्य संयोजक की शिकायत पर शहर थाना पुलिस ने दुकानदार ओमप्रकाश व सोमनाथ के खिलाफ जुवेनाइल जस्टिस एक्ट व चाइल्ड लेबर एक्ट के तहत केस दर्ज किया है। संवाद
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Bhiwani News: बिना भुगतान के ही 15 साल के बच्चे से कराया जा रहा था सुबह 10 से शाम 7 बजे तक काम