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संवाद न्यूज एजेंसी, भिवानी
Updated Sat, 12 Oct 2024 12:31 AM IST
लोहारू रामलीला मंचन में रावण के दरबार में हनुमान जी और रावण के बीच संवाद का दृश्य।
लोहारू। लोहारू के रामलीला मैदान में आदर्श रामलीला समिति के तत्वावधान और नगर पालिका पूर्व प्रधान दौलतराम सोलंकी की अध्यक्षता में चल रहे रामलीला मंचन के आठवें दिन सीता के खोज करते हुए राम और लक्ष्मण का सुग्रीव से मिलना हुआ। बाली और सुग्रीव के बीच युद्ध के अलावा लंका पहुंचने हनुमान की ओर से लंका को आग लगाने का मंचन किया गया। देर रात तक चले रामलीला मंचन को देखने के लिए लोगों की भीड़ अंत तक जमी रही तथा लोगों ने जमकर लीला का आनंद उठाया।
आठवें दिन की रामलीला मंचन की शुरुआत बाली और सुग्रीव के युद्ध के साथ की गई। बाली की भूमिका महावीर भोला और सुग्रीव की भूमिका बीरबल ने निभाई। कई वर्षों से महावीर भोला और बीरबल के इन किरदारों की लोग सराहना करते आ रहे हैं। दोनों के बीच युद्ध के दौरान भगवान श्री राम के तीर के वार से बाली का वध हो जाता है।
किष्किंधा के राजा के रूप में सुग्रीव का राज्याभिषेक होने के बाद राजा सुग्रीव के नेतृत्व में पूरी वानर सेना सीता का पता लगाने का संकल्प लेती है और वनों में खोज पर निकल पड़ते हैं। घायल जटायु में सीता के लंका में होने की सूचना मिलने के बाद हनुमान जी समुद्र पार लंका में जाते हैं और अशोक वाटिका में सीता से मुलाकात के बाद वाटिका में फल खाते हुए पूरी वाटिका को उजाड़ देते हैं। अशोक वाटिका में हनुमान जी को पकड़ने पहुंचे रावण के पुत्र अक्षय कुमार भी हनुमान जी के हाथों मारे जाते हैं। बाद में मेघनाथ वाटिका पहुंचकर हनुमान जी को बंदी बना लेते हैं।
इस दौरान हनुमान जी और रावण के बीच जमकर संवाद होता है लेकिन अंत में हनुमानजी की पूंछ में आग लगा दी जाती है और हनुमान जी उसी पूंछ की आग से रावण की सोने की लंका को आग के हवाले करके वहां से निकल जाते हैं। विक्की सैनी ने हनुमान जी का, महेश ने मेघनाथ का भूमिका बखूबी निभाई। इसके अलावा बाबूलाल बड़सीवाल और भारत सोनी की ओर से राही मनवा दुख की चिंता क्यों सताती है गीत पर दी गई प्रस्तुति को भी खूब सराहा गया।
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Bhiwani News: बाली-सुग्रीव के बीच युद्ध, लंका पहुंचे हनुमान ने लगाई लंका में आग