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शहर का रेलवे स्टेशन ।
भिवानी। शहर के रेलवे जंक्शन पर आने वाली ट्रेनों के लोको पायलट को निर्देश देने के लिए पटरी पर दोनों तरफ पटाखे लगाए गए हैं। सर्दी के मौसम में धुंध के दौरान ट्रेनों के सफल संचालन के लिए रेलकर्मी की ओर से रेलवे लाइन पर डेटोनेटर लगाए जाते हैं। डेटोनेटर को ही रेलवे पटाखे कहा जाता है।
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धुंध में दृश्यता कम होने के कारण लोको पायलट को ट्रेन का संचालन करने में परेशानी होती है। यात्रियों को सुरक्षित पहुंचाने के लिए रेलवे की तरफ से पटाखों का प्रबंध किया जाता है। ये पटाखे रेलवे सिग्नल से 270 मीटर की दूरी पर लगते हैं।
जब ट्रेन गुजरती है, तो पटाखों से तेज आवाज आती हैं। इसी आवाज को सुनकर लोको पायलट को पता चलता है कि आगे रेलवे फाटक या कोई सिग्नल है। इस कारण लोको पायलट ट्रेन की रफ्तार धीमा करता है। धुंध में ट्रेनों के सफल संचालन के लिए पटाखे लोको पायलट को दिशा निर्देश देने के लिए महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं।
धुंध में ट्रेनों की सुरक्षा के लिए रेलवे वर्तमान समय में भी अंग्रेजों के समय प्रयोग किए जाने वाले पटाखे का प्रबंध करता है। दरअसल, रेवाड़ी-बठिंडा रेलवे मार्ग धुंध से ज्यादा प्रभावित रहता है। इसी कारण लोको पायलट को रात सात बजे से सुबह सात बजे तक धुंध के दौरान दृश्यता कम होने के कारण समस्या होती है। इसके समाधान के लिए रेलवे की ओर से डेटोनेटर लगाए जाते हैं।
किस तरह के होते हैं रेलवे पटाखे
रेलवे में धुंध के समय ट्रेन के सफल संचालन के लिए जो पटाखे प्रयोग किए जाते हैं। ये पटाखे दीपावली पर जलाए जाने वाले पटाखों से अलग होते हैं। इन पटाखों को डेटोनेटर पटाखे कहा जाता है। डेटोनेटर पीले रंग के बने होते हैं, जिसमें बारूद भरा होता है। इन पटाखों को पटरी पर बांधा जाता है। जब ट्रेन का पहिया इसके ऊपर से गुजरता है तो बहुत तेज आवाज करते हैं। इससे लोको पायलट को पता चल जाता है कि आगे कोई फाटक, सिग्नल आने वाला है। लेकिन ये पटाखे ज्यादा खतरनाक नहीं होते। इन पटाखों से किसी प्रकार का नुकसान नहीं होता है।
सर्दी के मौसम को देखते हुए हमारी तरफ से उचित प्रबंध किए गए हैं। ट्रेनों के सफल संचालन के लिए जंक्शन पर दोनों तरफ डेटोनेटर लगाए जाते हैं। धुंध के समय ट्रेनों का सुरक्षित तरीके से संचालन करने में रेलवे विभाग पूरी तरह से अलर्ट है।
-कामिनी चौहान, रेलवे अधीक्षक भिवानी।
जिला कलक्टर ने पीसांगन में की रात्रि चौपाल– फोटो : credit
जिला कलक्टर ने पीसांगन में की रात्रि चौपाल– फोटो : credit
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Bhiwani News: धुंध में ट्रेनों के सफल संचालन के लिए पटरियों पर लगाए पटाखे