भिवानी के दुल्हेड़ी गांव की खस्ताहाल सड़क।
तोशाम। स्वच्छता के मामले में प्रदेश और देशभर में अपनी पहचान बना चुके तोशाम क्षेत्र के गांव दुल्हेड़ी में मूलभूत सुविधाओं की कमी है। ग्रामीण बरसाती पानी की निकासी न होने और पेयजल आपूर्ति की लाइन लीकेज की समस्या झेल रहे हैं। गांव की फिरनी का निर्माण भी नहीं हुआ है। पीएम मोदी मन की बात में भी गांव दुल्हेड़ी की स्वच्छता टीम का जिक्र कर चुके हैं। तत्कालीन मुख्यमंत्री मनोहरलाल भी इस टीम को सम्मानित कर चुके हैं लेकिन देश के लोगों को स्वच्छता का पाठ पढ़ाने वाली इस गांव की हालत ही बदसूरत होती जा रही है।
तोशाम-जूई मार्ग पर स्थित करीब सात हजार आबादी के गांव दुल्हेड़ी में बरसाती पानी की निकासी की उचित व्यवस्था नहीं है। पेयजल आपूर्ति की लाइनें भी जर्जर हैं, जो कई जगह से लीकेज होने पर पीने के पानी को भी प्रदूषित कर रहीं हैं। स्वच्छ पानी भी व्यर्थ में बह रहा है। गांव की फिरनी भी कच्ची है, जिसकी वजह से गांव में स्वच्छता की मुहिम पिछड़ रही है।
कटारिया धर्मशाला से लेकर गांव के पुराने कुएं तक की फिरनी बनवाने की जरूरत है लेकिन यह फिरनी नहीं बन सकी है। फिरनी न बनने के कारण इस गली में मिट्टी और गंदगी हमेशा बनी रहती है। कच्ची फिरनी की सफाई भी नहीं हो पाती है, जिससे गांव का बाहरी हिस्सा भी बदहाल रहता है। -दीपक सैनी।
राजकीय कन्या प्राथमिक पाठशाला के साथ गांव से दो नाले पानी के निकलते हैं जो कि हमेशा ही ओवरफ्लो रहते हैं। इनमें पानी का बहाव बदलने की जरूरत है। समतलीकरण न होने कारण यह सारा पानी स्कूल के गेट पर आ जाता है। यहां पर छोटी लड़कियां पढ़ने के लिए आती हैं। एकत्रित पानी में दुर्गंध भी आती है। गंदे पानी की वजह से मच्छरों की भरमार रहती है। बीमारियों का खतरा हमेशा बना रहता है तो इस समस्या को जल्द सुलझाया जाए। -बंसीलाल।
गांव में आलमपुर मार्ग से लक्ष्मणपुरा मार्ग तक की फिरनी मार्ग से तीन फीट नीचे है। बरसात में वहां पर पानी भर जाता है। यह बड़ी समस्या है। इसे सुलझाने के लिए अधिकारियों से कई बार गुहार लगाई जा चुकी है लेकिन निविदा होने के बावजूद इस गली का निर्माण कार्य शुरू नहीं हो पा रहा है। संबंधित अधिकारियों को इस गली का निर्माण कार्य जल्द शुरू करवाना चाहिए। -नरेश कुमार।
गांव में पेयजल की पाइपलाइन टूटी है। इसलिए नलों मे पानी आते ही व्यर्थ बह जाता है। पीने के लिए लोगों को पानी नहीं मिलता। अधिकारियों से समिति ने इन लाइनों को ठीक करने के लिए कई बार गुहार लगाई है लेकिन इस समस्या का समाधान नहीं किया गया है। गांव में बरसाती पानी की निकासी भी होनी चाहिए। गांव की स्वच्छता टीम के चर्चे दूर-दूर तक हैं, ऐसे में हमारा गांव भी प्रदेश के सबसे स्वच्छ गांवों की श्रेणी में गिना जाता है। -पवन दुल्हेड़ी, प्रधान, युवा स्वच्छता जन सेवा समिति।
गांव में नाले समतल न होने के कारण बरसात के समय नालों में पानी भर जाता है और यह पानी घरों के अंदर घुस जाता है। इससे बहुत ज्यादा परेशानी होती है और मच्छरों के कारण बीमारियों का खतरा भी बना रहता है। यह समस्या अधिकारियों को कई बार बताई गई लेकिन समस्या का समाधान नहीं हो पा रहा है। -महेंद्र इंदौरा।
Bhiwani News: देश और प्रदेश में स्वच्छता की अलख जगाने वाला गांव दुल्हेड़ी बदहाल