भिवानी। भिवानी जिले की चार विधानसभा सीटों में तीन सीटों पर त्रिकोणीय मुकाबला बना है। जिससे प्रत्याशियों की जीत का अंतर बेहद मामूली रह सकता है। इन जगहों पर कांटे की टक्कर में पेंच फंसा है। दिग्गज नेताओं की साख भी दांव पर लगी है। देर रात तक प्रत्याशी चुनावी समीकरणों में वोटों का जोड़-घटाव करने में जुटे रहे। जहां प्रत्याशी कमजोर है वहां पर अपना दाव भी चल रहे हैं वहीं मजबूती वाली जगहों पर कार्यकर्ता मोर्चा संभाले डटे हैं। चुनाव प्रचार भले ही थम गया है, लेकिन प्रत्याशी कयामत की रात में मतदाताओं को साधने में जुटे हैं। भिवानी जिले के बवानीखेड़ा, तोशाम विधानसभा क्षेत्र में नए चेहरे चुनावी मैदान में हैं। यहां निर्दलीय प्रत्याशियों की वजह से दिग्गजों को भी पसीने छूट रहे हैं।
भिवानी विधानसभा क्षेत्र में छूटे हैं दिग्गजों को पसीने
भिवानी विधानसभा क्षेत्र में चुनावी माहौल काफी गर्म है। यहां दिग्गजों को भी पसीने छूटे हैं। भाजपा से पांचवीं बार घनश्याम सर्राफ चुनावी दंगल में हैं। उनका मुकाबला कांग्रेस और सीपीएम के साझा उम्मीदवार कामरेड ओमप्रकाश और आम आदमी पार्टी की इंदु शर्मा से है। भिवानी विधानसभा में 18 प्रत्याशी चुनावी मैदान में हैं। इसमें निर्दलीय प्रत्याशी के तौर पर कांग्रेस के बागी नेता अभिजीत लाल सिंह और बीजेपी की पूर्व महिला जिला अध्यक्ष प्रिया असीजा भी निर्दलीय चुनावी मैदान में ताल ठोक चुकी हैं। दिग्गज नेताओं की कमजोरी की बात करें तो भिवानी में विकास में पिछड़ापन उनके लिए दिक्कतें खड़ी कर सकता है जबकि पार्टी के लिहाज और लोकसभा चुनाव में यहां सत्ता पक्ष को ही ज्यादा मजबूती मिली थी।
बवानीखेड़ा में नए चेहरे दे रहे एक दूसरे को कड़ी टक्कर
बवानीखेड़ा विधानसभा में इस बार मामला काफी दिलचस्प बना है। चुनावी मैदान में यहां कोई दिग्गज नेता नहीं है, बल्कि नए चेहरे चुनावी दंगल में एक दूसरे के सामने डटे हैं। कांग्रेस प्रत्याशी प्रदीप नरवाल, भाजपा प्रत्याशी कपूर सिंह वाल्मीकि के बीच सीधा मुकाबला बना है। लेकिन कांग्रेस के बागी नेता मास्टर सतबीर रतेरा यहां मुकाबले को त्रिकोणीय बनाए हुए हैं। हालांकि यहां से आम आदमी पार्टी और जेजेपी प्रत्याशी भी चुनाव लड़ रहे हैं। बवानीखेड़ा में इस बार नए चेहरे के सिर पर विधायकी का ताज सजना तय है।
तोशाम हॉट सीट पर बंसीलाल परिवार के बीच ही है चुनावी जंग
तोशाम विधानसभा हॉट सीट बनी है, क्योंकि यहां पूर्व मुख्यमंत्री बंसीलाल के परिवार में ही चुनावी जंग छिड़ी है। बंसीलाल के पोता-पोती और चचेरे भाई श्रुति चौधरी और अनिरुद्ध चौधरी आमने-सामने हैं। भाजपा से श्रुति प्रत्याशी है तो कांग्रेस से अनिरुद्ध चौधरी एक दूसरे को कड़ी टक्कर दे रहे हैं। यहां निर्दलीय प्रत्याशी शशीरंजन परमार का पेंच भी फंसा है जो इन दोनों में से एक प्रत्याशी का खेल बिगाड़ सकता है। क्योंकि जितने ज्यादा वोट शशी रंजन को मिलेंगे उसका सीधा नुकसान एक प्रत्याशी को होगा। फिलहाल हॉट सीट पर कांग्रेस और बीजेपी प्रत्याशी के बीच सीधी और कांटे की टक्कर बनी है, लेकिन निर्दलीय प्रत्याशी भी त्रिकोणीय मुकाबले का माहौल बनाने में कोई कोर कसर नहीं छोड़ रहा है। तोशाम इलाका खनन के लिए मशहूर हैं और यहां जलभराव भी बड़ा मुद्दा है। ऐसे में मतदाता किस प्रत्याशी को चुनते हैं, यह तो मतदान के बाद तय होगा।
पूर्व वित्तमंत्री को साख बचाने के लिए बहाना पड़ रहा पसीना
लोहारू विधानसभा सीट पर भी कांग्रेस और भाजपा प्रत्याशी के बीच सीधा मुकाबला है। यहां पूर्व वित्तमंत्री एवं भाजपा के प्रत्याशी जयप्रकाश दलाल को अपनी साख बचाने के लिए पसीना बहाना पड़ रहा है। उनके मुकाबले में कांग्रेस के राजबीर फरटिया चुनावी मैदान में डटे हैं। राजबीर फरटिया की यहां सामाजिक कार्यकर्ता की छवि है, जबकि जेपी दलाल विकास के नाम पर यहां अपनी नैया फिर से पार लगाने में जुटे हैं। जेपी हलके में कराए गए विकास कार्यों को लेकर जनता के बीच पहुंच रहे हैं, लेकिन यहां जाट मतदाता भी बहुल हैं, जो चुनावी माहौल को काफी गर्म किए हुए हैं।
इन प्रत्याशियों के बीच हैं चारों विधानसभा में मुकाबला
विधानसभा क्षेत्र: लोहारू
प्रत्याशी- पार्टी का नाम
राजबीर फरटिया- कांग्रेस
जयप्रकाश दलाल- भाजपा
अल्का आर्य- जेजेपी
भूप सिंह- इनेलो
गीता श्योराण- आम आदमी पार्टी
बवानीखेड़ा विधानसभा क्षेत्र
कपूर सिंह वाल्मीकि- भाजपा
प्रदीप नरवाल- कांग्रेस
गुड्डी लांग्यान- जेजेपी
मास्टर सतबीर रतेरा- निर्दलीय
धर्मबीर कुंगड़- आम आदमी
तोशाम विधानसभा क्षेत्र
अनिरुद्ध चौधरी- कांग्रेस
श्रुति चौधरी- भाजपा
राजेश शर्मा- जेजेपी
शशिरंजन परमार- निर्दलीय
दलजीत तालू- आम आदमी पार्टी
ओमसिंह तंवर- बसपा
भिवानी विधानसभा क्षेत्र
घनश्याम सर्राफ- भाजपा
कामरेड ओमप्रकाश- कांग्रेस-सीपीएम
इंदु शर्मा- आम आदमी पार्टी
अभिजीत लालसिंह- निर्दलीय
Bhiwani News: त्रिकोणीय मुकाबले में मामूली अंतर से तय होगी प्रत्याशियों की हार-जीत