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भिवानी के नागरिक अस्पताल में स्थित प्रयोगशाला के बाहर लगी मरीजों की भीड़।
भिवानी। शहरी दायरे में गंदे पानी की आपूर्ति के नतीजतन लोग जल जनित बीमारियों के संक्रमण से घिर रहे हैं। रोजाना ही करीब 50 से अधिक मरीज जिला नागरिक अस्पताल की ओपीडी में पहुंच रहे हैं। वहीं चिकित्सक भी लोगों को उबालकर पानी पीने की सलाह दे रहे हैं, जबकि दूषित पानी के इस्तेमाल से बचने के लिए भी आगाह कर रहे हैं।
बारिश के मौसम में पेयजल आपूर्ति में भी मिट्टी युक्त पानी की आपूर्ति हो रही है। क्लोरिनेशन के बावजूद मिट्टी के साथ पानी की आपूर्ति में जीवाणु पहुंच रहे हैं, जो लोगों के पेट में संक्रमण पैदा कर रहे हैं। वहीं स्वास्थ्य विभाग भी संभावित जगहों पर पानी के सैंपल करा रहा है। ये सैंपल भी फेल आ रहे हैं।
जनस्वास्थ्य अभियांत्रिकी विभाग का दावा है कि ऐसे मौसम में डबल क्लोरिनेशन के बाद ही आपूर्ति दी जा रही है। वहीं शहर की कई कॉलोनियों में लीकेज की समस्या बढ़ने से भी दिक्कतें बढ़ी हैं। इन इलाकों में गंदा पानी घरों तक पहुंच रहा है। वहीं स्वास्थ्य विभाग की लैब में भी जांच के लिए मरीज जुट रहे हैं।
जिला नागरिक अस्पताल की ओपीडी में फिजिशियन डॉ. यतीन गुप्ता का कहना है कि ऐसे मौसम में जल जनित बीमारियों के संक्रमण का खतरा अधिक रहता है। वहीं ओपीडी में जुटे मरीज भी बुखार, उल्टी दस्त से पीड़ित हैं। ऐसे मरीजों को ठीक होने में भी आठ से दस दिन लग रहे हैं।
इस समय जल जनित बीमारियों के संक्रमण के ज्यादा मरीज आ रहे हैं, जिन्हें उपचार के साथ-साथ उबालकर पानी के सेवन की सलाह दी जा रही है। आम तौर पर बारिश में पानी के अंदर जीवाणुओं की संख्या बढ़ जाती है, जो लोगों की सेहत को बिगाड़ रहे हैं। इससे बचाव का बेहतर तरीका पानी को उबालकर ही प्रयोग करें। किसी भी तरह की दिक्कत होने पर चिकित्सक से परामर्श अवश्य लें। – डॉ. यतिन गुप्ता, फिजिशियन, जिला नागरिक अस्पताल भिवानी।
पानी के सैंपल की रिपोर्ट का ब्योरा
माह- सैंपल- सही पाए- सैंपल फेल
जनवरी- 1016- 900- 116
फरवरी- 561- 470- 91
मार्च- 1811- 1673- 138
अप्रैल- 1223- 1000- 223
मई- 1513- 1100- 413
जून- 1204- 802- 402
जुलाई- 1355- 1001- 354
कुल: 8683- 6946- 1737
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Bhiwani News: जल जनित संक्रमित मरीजों का लगा अस्पताल में तांता, रोजाना 50 से अधिक आ रहे मरीज