संवाद न्यूज एजेंसी, भिवानी
Updated Fri, 27 Jan 2023 10:59 PM IST
बवानीखेड़ा। गांव कुंगड़ के छोरे अक्षय गोयत ने 26 जनवरी को दिल्ली में कर्तव्य पथ पर गणतंत्र दिवस की परेड में असम राइफल्स की टुकड़ी का नेतृत्व किया। गणित अध्यापक जोगिंद्र सिंह गोयत का बेटा अक्षय जब मात्र छह साल का था तो 26 जनवरी के दिन गणतंत्र दिवस की परेड को देखते हुए उन्होंने फौजी ड्रेस पहनकर परेड करने की जिद्द की। जोगिंद्र ने उसको बताया कि यह कोई सामान्य काम नहीं है, इसके लिए पहले फौज में ऑफिसर बनना पड़ता है और बाद में परेड की टुकड़ी में शामिल होने के लिए कड़ी मेहनत करनी होती है।
अक्षय ने भी कड़ा परिश्रम किया और लगभग 12 वर्ष बाद दिसंबर 2013 में अक्षय का एनडीए में चयन हो गया। वर्ष 2017 में देहरादून से पास आउट होकर कमीशन प्राप्त करने में सफल हुआ। जब पास आउट हुआ तो सबसे ज्यादा खुशी उसके दादा मास्टर शेर सिंह और दादी चातर देवी को हुई और वे दोनों अपने पौते की पास आउट परेड को देखने देहरादून पहुंचे थे।
फिलहाल उसकी पोस्टिंग असम में असम राइफल्स में हैं। करीब एक माह की लंबी प्रक्रिया के बाद उसका गणतंत्र दिवस की परेड के लिए चयन हुआ। जब 26 जनवरी को सुबह परेड शुरू हुई तो उसकी दोनों बहनें राखी व गरिमा अपनी मां पूनम रानी के साथ टीवी पर नजरें गड़ाए हुए थी और साथ अक्षय की पत्नी पूजा और गोद में एक साल की बेटी थी।
.