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भिवानी। भाजपा में टिकट घोषणा के बाद जहां घमासान मचा है। वहीं कांग्रेस में भी भीतरघात और अपने ही पार्टी के नेताओं की टांग खिंचाई शुरू हो गई है। भाजपा ने भिवानी जिले की चार विधानसभा भिवानी, तोशाम, लोहारू और बवानीखेड़ा में अपने प्रत्याशी उतार दिए हैं, जबकि कांग्रेस में अभी पहली सूची जारी होने के बाद कांग्रेस नेताओं की भी धड़कने बढ़ गई है।
भिवानी जिले की सीटों की घोषणा दूसरी सूची में हो सकती है। ऐसे में कांग्रेस की गुटबाजी के चलते खुद के पार्टी के नेताओं से ही संघर्ष की चुनौती भी खड़ी है। अब देखना ये है कि भिवानी जिले में भाजपा बनाम कांग्रेस के बीच क्या पुराने धुरंधर ही आमने सामने होंगे या फिर नए चेहरों के बीच जंग छिड़ेगी।
भिवानी जिले की चारों विधानसभा क्षेत्रों में आठ लाख 75 हजार 902 मतदाता हैं। इनमें चार लाख 62 हजार 538 पुरुष और चार लाख 13 हजार 358 महिला मतदाता हैं। यानी प्रत्याशियों के भाग्य का फैसला करने में महिला मतदाताओं की भी बराबर की भागेदारी रहेगी। भिवानी विधानसभा से कांग्रेस के नामों पर केवल दो नेताओं के नाम सबसे आगे चल रहे हैं।
इनमें किसी एक पर मुहर लग सकती है। वहीं तोशाम और बवानीखेड़ा विधानसभा क्षेत्र की बात करें तो यहां भी कांग्रेस में टिकटार्थियों की लाइन लगी हैं, लेकिन तोशाम से अनिरुद्ध चौधरी के नाम की सोशल मीडिया पर भी कयास चल रहे हैं। इसी तरह लोहारू में भी दो से तीन नामों की चर्चाएं हैं।
भाजपा की नाराजगी और कांग्रेस की गुटबाजी पड़ेगी प्रत्याशियों पर भारी
भाजपा की टिकट वितरण के बाद कई बड़े नेता नाराज चल रहे हैं। ये नेता या तो पार्टी को ही अलविदा कह सकते हैं या फिर अंदर रहकर भी नाराजगी के चलते सक्रियता से काम नहीं कर पाएंगे। यही हाल कांग्रेस का भी है यहां पर भी पहले से ही गुटबाजी है। ऐसे में प्रत्याशियों पर ये भारी पड़ सकती है। हालांकि प्रत्याशी रूठे नेताओं की मान मनोवत करने में जुटे हैं, लेकिन उनके प्रयास कहां तक सफल रहेंगे ये तो चुनावी नतीजे ही बताएंगे।
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Bhiwani News: कांग्रेस में टिकट के दावेदारों में मची खलबली, एक-दूसरे की टांग खिंचाई में जुटे नेता