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भिवानी। अब नगर परिषद में पूरे शहर में सफाई के लिए डीसी रेट पर नहीं बल्कि कौशल रोजगार निगम के तहत सफाई कर्मचारियों को नियुक्ति मिलेगी। भिवानी शहर में सफाई मसौदे के तहत करीब तीन सौ सफाई कर्मचारियों की नियुक्ति होनी हैं, ऐसे में अभी तक सफाई कर्मचारियों के न्यूनतम वेतन को लेकर नए दिशा निर्देश नहीं आए हैं।
इसकी वजह से भिवानी शहर में सफाई का मसौदा भी मुख्यालय में ही अटका है। सफाई कर्मचारियों को नए न्यूनतम वेतन की गाइडलाइन जारी होते ही सफाई मसौदे को मुख्यालय में ही अपडेट कर इसे मंजूरी के लिए मुख्यमंत्री के समक्ष भेजा जाएगा। इतना ही नहीं भिवानी में कूड़ा निस्तारण प्लांट की दूसरी यूनिट भी स्थापित हो चुकी है। डंपिंग यार्ड पर चार शहरों भिवानी, चरखी दादरी, बवानीखेड़ा और लोहारू से करीब साढ़े तीन सौ टन कचरा पहुंच रहा है। इसके निस्तारण की प्रक्रिया भी तेज होगी।
नगर परिषद ने शहरी दायरे के 31 वार्डाें में सफाई कार्य का मसौदा तैयार कर मुख्यालय भेजा था। इसमें पूरे शहर को तीन जोन में बांटकर सफाई मैनुअल और मशीनों से कराए जाने की योजना तय की गई। इसमें शहर के सरकुलर रोड के अंदर का दायरा नगर परिषद के पास रहेगा, बल्कि सरकुलर रोड के बाहर की कॉलोनियों का दायरा ठेके पर सफाई के तहत आएगा।
इसमें करीब 300 नए सफाई कर्मचारियों की नियुक्ति भी होगी। पहले कर्मचारियों का न्यूनतम वेतन डीसी रेट के हिसाब से मसौदे में तय किया था, लेकिन अब सरकार ने अपने नियम बदल दिए हैं, जिसके तहत अब कौशल रोजगार निगम के तहत ही सफाई कर्मचारी न्यूनतम वेतन पर लगेंगे, मगर इनके वेतन संबंधी नोटिफिकेशन सरकार ने जारी नहीं किया है। जिसकी वजह से भिवानी में सफाई का मसौदा भी फिलहाल अटक गया है।
शहर की डेढ़ सौ कॉलोनियों के सवा लाख लोगों को मिलेगा फायदा
सफाई कार्य के नए मसौदे में करीब डेढ़ सौ से अधिक कॉलोनियां शामिल होंगी। इनमें रह रहे करीब सवा लाख से अधिक की आबादी को इसका फायदा मिलेगा। फिलहाल शहर के सफाई कर्मचारी सरकुलर रोड के दायरे के अंदर ही सफाई कर रहे हैं। सरकुलर रोड पर स्वीपिंग मशीन से सफाई हो रही है। नगर परिषद में लगातार सफाई कर्मचारी सेवानिवृत्त हो रहे हैं। फिलहाल करीब 248 सफाई कर्मचारी ही बचे हैं। इसी वजह से अधिकांश हिस्सों में नियमित सफाई नहीं हो पा रही है।
सफाई के मानकों में नहीं होगा कोई बदलाव
सफाई मसौदे में सफाई मानकों में कोई बदलाव नहीं होगा। नगर परिषद ने सफाई मसौदे में उच्च प्राथमिकता वाले इलाके के 400 मीटर दायरे में एक सफाई कर्मचारी तैनात होगा। इसमें शहर के मुख्य बाजारों, मुख्य रास्तों और मुख्य जगहों को शामिल किया है। जहां रोजाना ही नियमित रूप से सफाई कराई जाएगी। इसके अलावा मध्यम दर्जे के इलाकों में 750 मीटर दायरे में एक सफाई कर्मचारी लगेगा। इन इलाकों में सफाई कर्मचारी को थोड़ा बड़ा दायरा मिलेगा। इसमें उसे इस इलाके को साफ रखना अनिवार्य होगा। इसके अलावा तीसरे जोन में एक हजार मीटर दायरे पर एक सफाई कर्मचारी होगा। इस दायरे में सफाई ऐसे इलाकों को चिह्नित किया है जो वार्ड की गलियां, वार्डों के रास्ते शामिल हैं।
यहां होंगी स्वीपिंग मशीनों से सफाई
नगर परिषद शहर के सरकुलर रोड और मुख्य रास्तों की सफाई स्वीपिंग मशीनों के जरिए ही कराएगी। इसके लिए संबंधित एजेंसी अनुबंध आधार पर स्वीपिंग मशीनों को हायर करेंगे। जिनसे शाम के समय सफाई कराई जाएगी। स्वीपिंग मशीनों से सफाई का दायरा निश्चित होगा। उसे उसी हिसाब से भुगतान भी नगर परिषद ठेकेदार के माध्यम से करेगी।
शहर में सफाई के मसौदे पर मुख्यालय के अधिकारियों से विस्तृत चर्चा हुई है। फिलहाल सफाई कर्मचारियों की नियुक्ति डीसी रेट की बजाए कौशल रोजगार निगम के तहत की जानी है, लेकिन अभी तक सरकार ने सफाई कर्मचारियों का नए नियम के अनुसार न्यूनतम वेतन के संबंध में नोटिफिकेशन जारी नहीं किया है। जैसे ही नोटिफिकेशन जारी होगा भिवानी के सफाई मसौदे को भी मुख्यालय में ही अपडेट कर इसे मुख्यमंत्री के समक्ष भेजा जाएगा। हमारा प्रयास रहेगा कि इसे जल्द से जल्द मंजूरी मिले और पूरे शहर में सफाई का काम शुरू कराया जा सके।
– भवानी प्रताप सिंह, चेयरपर्सन प्रतिनिधि नगर परिषद भिवानी।
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Bhiwani News: अब पूरे शहर में सफाई के लिए डीसी रेट पर नहीं कौशल रोजगार निगम के तहत मिलेगी सफाई कर्मचारियों को नियुक्ति