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भिवानी। प्रदेश में विधानसभा चुनावों की घोषणा के साथ ही चुनावी आचार संहिता में विकास परियोजनाएं भी फंस गई। भिवानी नगर परिषद की शहर में विकास की करीब छह से अधिक बड़ी परियोजनाएं प्रक्रिया में थी, जिन पर अब चुनाव आचार संहिता की वजह से ब्रेक लग गया।
इनमें शहर की सफाई का टेंडर, खुले नालों को भूमिगत पाइप लाइन में बदलना, शहर में माल रोड और सभी प्रवेश बिंदुओं का सुंदरीकरण का काम ठप हो गया। इसी के साथ शहर की करीब 350 से अधिक गलियों के निर्माण के टेंडर भी अटक गए। वहीं दिनोद रोड निर्माण का काम भी अधर में लटक गया। शहर में स्ट्रीट लाइन ऑटोमेटिक पैनल का काम भी अब चुनावों के बाद ही सिरे चढ़ेगा। वहीं नगर परिषद की हद बढ़ाने के लिए कॉलोनियां भी अधिकृत नहीं हो पाई।
भिवानी नगर परिषद की बड़ी विकास परियोजनाओं का मसौदा मुख्यालय भेजा हुआ था। जिस पर प्रक्रिया अभी आगे बढ़ ही रही थी कि अब चुनावी आचार संहिता का पेंच फंस गया। नगर परिषद शहर के हांसी रोड, रोहतक रोड और लोहारू रोड का करीब साढ़े सात करोड़ के बजट से सुंदरीकरण का काम कराएगी। इसकी फाइल मुख्यालय भेजी हुई है। इसी तरह शहर में स्ट्रीट लाइटों को ऑटोमेटिक पैनल से जोड़ने का काम भी करीब 15 करोड़ में किया जाना है।
पूरे शहर की सफाई का साढ़े 16 करोड़ का मसौदा भी मुख्यालय में लंबित है। शहर की 35 अनधिकृत कॉलोनी भी अधिकृत होनी हैं। माल रोड पर भी करीब साढ़े छह करोड़ से काम होना है। नेहरू पार्क का भी करीब ढाई करोड़ का मसौदा मुख्यालय में है, जिसके सुंदरीकरण किया जाना है। शहर में करीब 12 किलोमीटर दायरे में नाले भूमिगत पाइप में बदले जाने हैं, जिस पर भी चार करोड़ खर्च होंगे।
ढाई करोड़ से दिनोद रोड के आरसीसी पैटर्न पर सड़क के टेंडर भी अब रुक गए हैं। कुछ दिन पहले ही ये टेंडर कराए थे, चार एजेंसियां भी आईं, मगर नॉर्म पूरा नहीं करने की वजह से टेंडर नहीं हो पाए। सेक्टर 13 और 23 की सड़कों के अलावा साढ़े तीन सौ गलियों के निर्माण के टेंडर भी प्रक्रिया भी अब अटक गई है।
मंजूर हुई परियोजनाओं की टेंडर की प्रक्रिया भी अटकी
भिवानी जिले के संबंधित विभागों की जिन परियोजनाओं की सरकार से मंजूरी मिल चुकी थी, अब उनकी टेंडर प्रक्रिया भी रुक गई है। इन परियोजनाओं पर अब चुनावों के बाद ही टेंडर प्रक्रिया कराई जाएगी। हालांकि जिन परियोजनाओं के वर्क ऑर्डर जारी हो चुके हैं या फिर जिन परियोजनाओं का काम पहले से चल रहा है। उन परियोजनाओं पर आचार संहिता का कोई असर नहीं पड़ेगा।
अब नहीं होंगे शिवधाम के भी काम, फिरनी भी आचार संहिता के फेर में उलझी
पंचायती राज विभाग में जिन शिवधामों के अभी काम शुरू नहीं हुए थे, उनके कम भी अब अटक जाएंगे। इसके अलावा जिन गांवों में फिरनी पक्की करने के टेंडर की प्रक्रिया पूरी नहीं हुई है, उनमें भी ये काम अब चुनावों के बाद ही होंगे। भिवानी जिले के अधिकांश गांवों में शिवधाम और फिरनी पक्की करने के लिए करोड़ों का बजट सरकार से मिल चुका है। ये बजट संबंधित ग्राम पंचायतों के खातों में भी जा चुका है। मगर अब ग्राम पंचायतें चुनावों के बाद ही ये नए काम करा पाएंगी।
नगर परिषद की बड़ी विकास परियोजनाओं की प्रक्रिया तेजी से पूरी की जा रही थी, लेकिन अब आचार संहिता लग गई है। ऐसे में ये काम अब चुनावों के बाद ही आगे बढ़ पाएंगे। फिलहाल नगर परिषद अपने स्तर पर व्यवस्था बनाने में लगी है। जिन परियोजनाओं की पहले मंजूरी मिल चुकी है और काम शुरू हो चुका है वे काम पहले की तरह निरंतर जारी रहेंगे। – भवानी प्रताप, चेयरपर्सन प्रतिनिधि, नगर परिषद भिवानी।
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Bhiwani News: चुनाव आचार संहिता की बाधा, नगर परिषद की बड़ी विकास परियोजनाएं अटकी