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अंबाला छावनी के निर्माणाधीन वारहीरोज मेमोरियल स्टेडियम में धूल फांक रहे लाखों की लागत से खरीदे
अंबाला। छावनी के वार हीरोज मेमोरियल स्टेडियम में पर्याप्त जेनरेटर नहीं होने के कारण जिम्नास्टिक हाल में बिजली जाते ही अंधेरा पसर जाता है। जबकि निर्माणाधीन फुटबॉल मैदान के पास लाखों रुपये की लागत से खरीदे दो साइलेंट जेनरेटर कबाड़ हो रहे हैं।
करीब एक साल से प्रोजेक्ट का काम एजेंसी द्वारा ठप होने के कारण इन जनरेटर का इस्तेमाल नहीं हो रहा है। खेल विभाग के साथ-साथ पीडब्ल्यूडी विभाग के अधिकारियों की अनदेखी के कारण इन लाखों रुपये के जनरेटर का सही इस्तेमाल नहीं हो पा रहा है। जब तक स्टेडियम का प्रोजेक्ट संबंधित ठेकेदार द्वारा पूरा किया जाएगा, तब तक यह जनरेटर पूरी तरह से खराब हो चुके होंगे।
अभी तक खेल विभाग की तरफ से भी इन जेनरेटर को काम होने पर अपने जिम्नास्टिक हॉल के लिए चलवाने को लेकर भी प्रयास नहीं किए जा रहे हैं। गत दिवस ही शिक्षा विभाग की तरफ से जिम्नास्टिक की प्रतियोगिताएं करवाई गई थी। इसमें भी जनरेटर की कमी खली थी। बिजली जाने के बाद अंधेरा पसर गया था।
खिलाड़ियों को मजबूर अपना खेल बीच में रोककर बिजली आने का इंतजार करना पड़ता है। जबकि ऑल वेदर स्वीमिंग पूल के पास जो बड़ा जनरेटर लगा हुआ है वह केवल पुल के लिए है। जरूरत पड़ने पर ही उसके चलाया जाता है। दरअसल, छावनी में फीफा से अप्रूव्ड अंतरराष्ट्रीय फुटबाल स्टेडियम तैयार करने वाली कंपनी विवादों के घेरे में आ गई थी। तभी से यह प्रोजेक्ट अधर में है।
वर्जन
दो जेनरेटर हैं लेकिन वह उनके नहीं है। जिम्नास्टिक हॉल में बिजली जाने के बाद अंधेरा छा जाता है तो उसका समाधान किया जाएगा।
राजबीर, जिला खेल अधिकारी अंबाला
वर्जन
स्टेडियम का काम पूरा होने के बाद ही जनरेटर विभाग के हेंडओवर होंगे। तभी से उनकी वारंटी शुरू होगी। खेल विभाग की तरफ से जनरेटर लेने के लिए पत्र आता है तो यह उन्हें देने के लिए प्रयास किए जा सकते हैं।
नवीन राठी, एक्सईएन, पीडब्ल्यूडी अंबाला
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