[ad_1]
अंबाला। अंबाला कैंट रेलवे स्टेशन को विश्वस्तरीय बनाने का इंतजार लंबा होता जा रहा है। एक बार फिर रेलवे ने इसे मान्यता नहीं दी है क्योंकि आर्किटेक्ट द्वारा तैयार किए नक्शे के तहत रेल भूमि विकास प्राधिकरण (आरएलडीए) ने इसका स्वरुप तैयार नहीं किया। इसलिए इस पर रेलवे ने आपत्ति दर्ज करवाई है। इसके तहत प्लेटफार्माें पर मिलने वाली सुविधाओं और सुंदरता पर पेंच फंस गया है जोकि आरएलडीए की प्रस्तावित योजना में नहीं है।
रेलवे ने दोबारा से आरएलडीए को जल्द से जल्द कार्रवाई करने के निर्देश जारी किए हैं ताकि निविदा लगाकर अंबाला कैंट रेलवे स्टेशन के नवीनीकरण का कार्य भी शुरु करवाया जा सके। गौरतलब है कि पिछले लगभग एक वर्ष से अंबाला कैंट रेलवे स्टेशन को विश्वस्तरीय बनाने की कवायद चल रही है। इसके लिए सलाहकार और आर्किेटेक्ट ने भी रेलवे स्टेशन का निरीक्षण किया था और विभागीय अधिकारियों से मंत्रणा के बाद सुख-सुविधाओं से सुसज्जित नक्शे का निर्माण किया था।
आरएलडीए की यह पहली गलती नही है। इससे पहले भी इसी मुद्दे को लेकर आरएलडीए को रेल मंत्री की तरफ से फटकार पड़ चुकी है। खुद रेल मंत्री ने आरएलडीए के अधिकारियों को निर्देश दिए थे कि अंबाला कैंट रेलवे स्टेशन से संबंधित आगामी जो भी कार्यवाही की जाएगी वो मंडल रेल प्रबंधक से मंत्रणा के बाद ही तैयार की जाए। इसलिए नक्शे को तैयार करने से पहले सलाहकार और आर्किेटेक्ट ने रेलवे स्टेशन का बड़ी ही बारीकी से निरीक्षण किया था।
500 करोड़ की प्रस्तावित योजना
अंबाला कैंट रेलवे स्टेशन के नवीनीकरण पर लगभग 500 करोड़ रुपये खर्च होंगे। यह खर्च प्रस्तावित योजना के तहत किए गए आंकड़ों के आंकलन पर किया गया है। इसमें पूरे रेलवे परिसर को एक एयरपोर्ट की तरह बनाया जाएगा ताकि कोई भी बाहरी व्यक्ति बिना रेल टिकट के स्टेशन में प्रवेश न कर सके। इसके अलावा ग्रीन कॉरिडोर, रेस्त्रां, पार्किंग और फूड प्लाजा भी तैयार किए जाएंगे ताकि यात्रियों को स्वादिष्ट और पौष्टिक भोजन खानेे को मिले।
आर्किटेक्ट द्वारा तैयार किए नक्शे में आरएलडीए ने कुछ बदलाव कर दिया था। इस पर रेलवे ने आपत्ति दर्ज कराई थी। इसलिए समस्या समाधान को लेकर आरएलडीए दोबारा कार्यवाही में जुट गई है,उम्मीद है कि नए प्रस्ताव पर रेलवे की मोहर लग जाएगी।
नवीन कुमार, वरिष्ठ वाणिज्य प्रबंधक, अंबाला मंडल।
[ad_2]
Source link