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अंबाला। विधानसभा चुनावों के बाद पोर्टल अपग्रेड व विभाग की कागजी प्रक्रिया के चलते जिलाभर के 502 होमगार्ड के जवानों को दो दिन ड्यूटी पर नहीं बुलाया गया था। मैसेज मिलने के बाद पुलिस थानों, नाकों और सरकारी कार्यालयों सहित अन्य जगह पर तैनात सभी होमगार्ड के जवान अपनी ड्यूटियों पर नहीं गए थे।
ऐसे में होमगार्ड के जवानों के बिना पूरी व्यवस्था चरमरा गई थी। यह निर्देश होमगार्ड के जवानों को नाै अक्तूबर को मिले थे। जबकि शुक्रवार को एक बार फिर से सभी होमगार्ड के जवानों को मैसेज देकर दोबारा ड्यूटी पर बुला लिया गया है। सभी जवान अपने कार्यालय में एंट्री करने के बाद दोपहर तक अपनी-अपनी निर्धारित ड्यूटी पर तैनात हो गए थे। दरअसल, यह प्रक्रिया हर साल होती है।
पहले यह 10 सितंबर को होनी थी लेकिन उसे आगे कर दिया गया था। ऐसे में पोर्टल अपग्रेड के चलते भी दो दिन का समय लगा। बता दें कि होमगार्ड के जवानों की विधानसभा के चुनावों में जिलाभर के बूथों सहित मतगणना के दौरान सिटी के ओपीएस, कैंट के बीपीएस प्लेनेटोरियम, एसडी कॉलेज व रिवरसाइड स्कूल आदि जगह लगी थी। इनके जिम्मे कानून व्यवस्था बनाए रखने का जिम्मा था। जिलाभर में करीब 726 होमगार्ड के जवान है। जो अंबाला कैंट, सिटी, बराड़ा, शहजादपुर, नारायणगढ़ व मुलाना आदि में कार्यरत रहते हैं।
पुलिस जवानों पर पड़ गया था भार
इन होमगार्ड के जवानों के ड्यूटी पर न आने से पुलिस जवानों का बाहर बढ़ गया था। सबसे ज्यादा परेशानी ट्रैफिक पुलिस संग नाकों पर लगे होमगार्ड जवानों के न होने पर आई। पहले ही अपेक्षा कम नाके दिखे और वाहन चालक भी इधर-उधर गुजरते रहे। दरअसल, यह होमगार्ड के जवान पुलिस संग काम करते हैं।
वर्जन
पोर्टल अपग्रेड व विभागीय कागजी कार्रवाई के चलते साल के एक दिन के होमगार्ड के जवानों को ड्यूटी से उतारा जाता है। मुख्यालय से निर्देश मिलने के बाद जिलाभर में सभी 502 होमगार्ड के जवानों को दोबारा से ड्यूटी पर बुला लिया गया है।
तरसेम राणा, सेंटर कमांडर, गृहरक्षी हरियाणा अंबाला।
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