[ad_1]
नारायणगढ़। चुनावी माहौल गर्म हो चला है। अब प्रत्याशी जनता के बीच जाकर अपने-अपने हल्के में सुविधाओं को लेकर एक-दूसरे पर निशाना साध रहे हैं। ऐसे ही चुनावी रण में नारायणगढ़ सीट पर भी प्रत्याशी मुद्दों को पूरी तरह से भुना रहे हैं। इस क्षेत्र में वैसे तो बेरोजगारी, शुगर मिल जैसे मुद्दे भी चर्चा में हैं लेकिन सबसे ज्यादा स्वास्थ्य का मुद्दा चर्चा में हैं।
नारायणगढ़ में पहले 50 बैड का अस्पताल बनाया गया है और इसे बढ़ाकर 100 बैड का किया जा रहा है लेकिन अभी यह निर्माणाधीन है। वहीं, नारायणगढ़ अस्पताल में चिकित्सकों की जरूरत है और टेस्ट की भी कम ही सुविधाएं हैं। यह मुद्दा लगातार उठता रहा है।
क्षेत्र के लोग मुख्यमंत्री के समक्ष भी यह मुद्दा रख चुके हैं। अस्पताल में सुविधाओं की कमी होने की वजह से छोटे मामले भी अंबाला शहर और अंबाला छावनी में आ रहे हैं। इससे अंबाला और छावनी का भी लोड बढ़ रहा है। नारायणगढ़ में हिमाचल प्रदेश के पास सटे और आसपास गांवों से मरीज पहुंचते हैं।
लोगों की लंबे समय से मांग, अस्पताल में बढ़ाई जाएं सुविधाएं
दरअसल, तत्कालीन मुख्यमंत्री मनोहर लाल व मुख्यमंत्री नायब सैनी के समक्ष भी उप मंडल नारायणगढ़ में सुविधाओं को बढ़ाने के लिए लोग मांग कर चुके हैं। बीते वर्ष में जनसंवाद कार्यक्रम में भी लोगों ने अस्पताल में सुविधाएं बढ़ाने के लिए कहा था, मगर अस्पताल में चिकित्सकों और सुविधाओं की कमी है। चिकित्सकों और स्टाफ की कमी से लोगों को परेशानी झेलनी पड़ रही है। इस अस्पताल में आधुनिक ट्रॉमा सेंटर बनाने की भी योजना है। यह सुविधाएं बढ़ने से अंबाला शहर और छावनी का लोड भी कम होगा।
चुनाव में यह मुद्दे भी चर्चा में
इस क्षेत्र में बेरोजगारी, शुगर मिल, सरकारी स्कूलों में सुविधाओं की कमी, टूटी सड़कें, नशा, क्षेत्र को विकास में पीछे करना जैसे तमाम मुद्दों को लेकर सभी पार्टियों के प्रत्याशी चुनावी मैदान में है। इन मुद्दों को लेकर चुनावी माहौल गर्म हो गया है।
फोटो
कोट्स
नारायणगढ़ में 100 बैड का अस्पताल बन रहा है। आधुनिक ट्रॉमा सेंटर भी अस्पताल में बनाया जा रहा है। कांग्रेस की विधायक रहीं शैली चौधरी ने क्षेत्र में कोई विकास कार्य नहीं करवाए जबकि भाजपा सरकार ने जो भी पैसा इनको दिया था, वह पैसा भी कांग्रेस की पंचायतों को स्पेशल दिया गया।
भाजपा सरकार सभी सरपंचों को पैसे दे रही है, चाहे वह भाजपा के हों या कांग्रेस का हो। कांग्रेस के राज में यहां कोई विकास कार्य नहीं किए गए। आने वाले समय में अस्पताल में चिकित्सकों की कमी को भी पूरा किया जाएगा।
सुरेंद्र राणा, भाजपा नेता ।
फोटो
कोट्स
नारायणगढ़ क्षेत्र के विकास के लिए पूरे प्रयास किए गए हैं। विधायक शैली चौधरी की तरफ से मुख्यमंत्री के समक्ष और विधानसभा में क्षेत्र के कई मुद्दे उठाए गए। क्षेत्र का शुगर मिल का मुद्दा अहम है। अस्पताल में डॉक्टरों की कमी है। अस्पताल में करीब 43 स्वीकृत पद है लेकिन यहां 5 से 7 डाॅक्टर ही होते हैं।
विधायक शैली चौधरी ने यह मुद्दा भी उठाया था। इसके बाद कुछ डाॅक्टर अस्पताल में सरकार की तरफ से भेजे गए थे लेकिन बाद में फिर डाक्टरों के डेपुटेशन पर जाने से पद रिक्त हो गए। क्षेत्र में कोई रोजगार की कोई बात नहीं करता। विधायक की ओर से सड़कों का मुद्दा भी बार-बार उठाया गया। सड़कें टूटी पड़ी हैं। गांवों में विकास के लिए पैसे नहीं भेजे गए।
रामकिशन, पूर्व विधायक व मुख्य संसदीय सचिव, कांग्रेस।
[ad_2]
Source link