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अंबाला में अब लोग बारिश आते ही घबराने लग जाते हैं क्योंकि यहां कई ऐसे निचले इलाकें है जहां पर हल्की बारिश भी जलभराव की स्थिति बना देती है। शनिवार को दिन के समय जहां गर्मी से लोगों का बुरा हाल था तो शाम आते ही तेज बारिश ने लोगों ने चिंता बढ़ा दी।
आलम यह हुआ कि अंबाला शहर हो या अंबाला छावनी दोनों ही स्थानों पर तेज बारिश से हल्की जलभराव हो गया। हालांकि कुछ देर बार बारिश रुकी तो पानी निकल भी गया। शनिवार को दिन के समय 35.8 डिग्री सेल्सियस तो रात्रि तापमान 27.9 डिग्री सेल्सियस दर्ज किय गया। जबकि 13 मिलीमीटर बारिश दर्ज की गई। चौधरी चरण सिंह हरियाणा कृषि विश्वविद्यालय के कृषि मौसम विज्ञान विभाग के अध्यक्ष डॉ मदन खीचड़ ने बताया कि राज्य में मानसून ट्रफ सामान्य स्थिति से दक्षिण की तरफ जाने की संभावना है। इससे राज्य में मानसूनी हवा की सक्रियता में थोड़ी कमी आ सकती है। बारिश की गतिविधियां में अगले तीन चार दिनों में कमी आने की संभावना है। इस दौरान राज्य के उत्तरी व दक्षिण जिलों में कहीं कहीं हल्की बारिश परंतु पश्चिमी हरियाणा के जिलों में कुछ एक स्थानों पर छिटपुट बूंदाबांदी संभावित है। इस दौरान हवा में बदलाव पूर्वी से उत्तर पश्चिमी होने से दिन के तापमान में हल्की बढ़ोतरी होने तथा वातावरण में नमी की मात्रा में गिरावट आने की संभावना है।
जलभराव प्रभावित क्षेत्रों में स्वास्थ्य विभाग डालेगा काला तेल
इधर भारी बारिश के बाद स्वास्थ्य विभाग अलर्ट हो गया है। जलभराव के स्थानों पर अब विभाग काला तेल डलवाएगा ताकी डेंगू का मच्छर न पनप सके। रोडवेज विभाग से बातचीत भी जारी है। वहीं फागिंग के लिए भी विभाग की ओर से नगर निगम को पत्र भी लिख दिया है। अब निगम भी अपना शेड्यूल बनाने में जुट गया है।अभी तक जिले में डेंगू के दो ही मामले आए हैं। बारिश के बाद जलभराव के कारण खतरा बढ़ गया है। इधर एनएचएम कर्मियों की हड़ताल समाप्त होने के बाद लोगों की जांच में भी तेजी आएगी।
एक लाख से अधिक की हुई जांच
विभाग की टीमाें ने एक लाख से अधिक लोगों की स्लाइड टेस्ट जांच कर ली हैं। इस जांच से मरीज में बुखार की जांच की जाती है। ताकी समय रहते डेंगू के लक्षणों का पता लगाया जा सके।बीते वर्ष जिले में 500 से अधिक डेंगू के मामले देखने को मिली थे। विभाग द्वारा नियुक्त किए गए 50 ब्रीड चेकर भी लारवा की जांच करने में जुटे हुए हैं। इसके साथ ही लारवा मिलने पर नोटिस भी जारी कर रहे हैं।
बारिश के बाद से विभाग अपने कामों में जुट गया है। जगह जगह ब्रीड जांच हो रही है। जलभराव के क्षेत्रों में कालातेल डलवाने के लिए भी रोडवेज विभाग से बातचीत चल रही है।
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