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अंबाला सिटी। शहर के कमल विहार में फाइनेंसर संजय और उसकी पत्नी पारुल की हत्या की गुत्थी पुलिस ने सुलझा ली है। इस मामले में पुलिस ने मास्टर माइंड जिम संचालक शालीमार कॉलोनी के देवेश सहित उसके दो साथी कैथ माजरी निवासी मन्नी उर्फ साहिल और बलदेव नगर के जसमीत नगर निवासी सुनील को गिरफ्तार किया।
एएसपी श्रृष्टि गुप्ता ने मंगलवार को बताया कि देवेश ने प्राथमिक पूछताछ में कबूला कि उसने रंजिश के चलते पूरा साजिश रची। दोस्तों को पैसों का लालच देकर अपने साथ लगाया। हत्या के बाद लूट के इरादे से वारदात को अंजाम दिया। शातिर आरोपी फाइनेंसर संजय के घर की पहली मंजिल का कमरा किराये पर लेने के लिए कुछ दिन से आ जा रहे थे। रेकी करने के बाद 28 अगस्त की रात को कमरे की एडवांस सिक्योरिटी देने के लिए दाखिल हुए।
तभी देवेश ने पहले तो संजय का गला घोंटा और फिर चाकू से गला भी रेत दिया। जबकि मन्नी औन सुनील ने पति की हत्या से बेखबर पारुल पर पीछे से हमला किया और प्रेस की तार से गला घोटकर मौत के घाट उतार दिया। मंगलवार को कोर्ट में पेश करने के बाद आरोपियों को चार दिन के रिमांड पर लिया।
बताया जाता है कि देवेश के किसी रिश्तेदार ने कुछ समय पहले सुसाइड कर लिया था। उसका संजय से लेनदेन था, क्योंकि संजय ब्याज पर पैसे देता था। उसकी ही रंजिश रखे हुए थे। हालांकि पुलिस ने अभी इसकी पुष्टि नहीं की है।
सुनील को वृंदावन तो मन्नी को नेपाल बॉर्डर से पकड़ा
आरोपियों ने वारदात को अंजाम देने से पहले पूरी साजिश रच ली थी। देवेश ने दोनों साथियों को लालच दिया कि वह संजय को मारेगा। संजय बड़ा फाइनेंसर है, उसके घर से जो भी नगदी और जेवरात मिलेंगे तो आपस में बांट लेंगे। इसके मुताबिक हत्या करने के बाद आरोपियों ने कुछ नगदी और जेवरात उठाए हैं लेकिन अभी रिमांड में बरामद करने हैं। तीन में से सुनील वृंदावन के गोवर्धन चला गया। जबकि मन्नी नेपाल के रास्ते विदेश भागने की तैयारी में था।
पुलिस ने सूचना पाकर नेपाल बॉर्डर पर नाकाबंदी कर उसे पकड़ा। आरोपी पुलिस को चमका देने के लिए कहीं नहीं भागा। शक होने पर पुलिस ने उसे अंबाला में पकड़ लिया था। एएसपी श्रृष्टि ने बताया कि लगातार 60 घंटे 3200 किलोमीटर वाहन दौड़ाकर पुलिस ने आरोपियों को सीआईए-1 अंबाला के पुलिस दल और तकनीकी टीम की मदद से गिरफ्तार किया।
देवेश ने पहले मन्नी फिर सुनील को जोड़ा साथ
बताया जाता है कि आरोपी देवेश के जिम में मन्नी बॉडी बिल्डिंग करने आता था। वहीं दोनों की दोस्ती हुई। पहले दोनों ने साजिश रची। फिर मन्नी ने दोस्त सुनील को देवेश से मिलवाया। रुपयों का लालच देकर सुनील को जोड़ लिया। इस मामले में पुलिस ने आरोपियों से दंपती के मोबाइल और पासपोर्ट बरामद किए हैं। हत्या के बाद कोई बस तो कोई ट्रेन से भागा था। पुलिस ने देवेश को शक होने पर पकड़ा था। पूछताछ के दौरान एक के बाद एक परतें खुलती गईं।
देवेश ने दोबारा आकर तोड़े थे कैमरे
पुलिस पूछताछ में सामने आया कि तीनों आरोपी हत्या करने के बाद फाइनेंसर के घर से चले गए। उस समय तो वह दंपती के मोबाइल ले गए थे लेकिन सीसीटीवी को नहीं छेड़ा था। बाद में देवेश ने अकेले ही दंपती के घर आकर कैमरों को तोड़कर अपने संग ले गया। हालांकि पुलिस रिमांड के दाैरान सीसीटीवी भी बरामद करेगी कि आखिर कहां गिराए हैं। उसमें आरोपियों के आने और जाने की फुटेज है।
जिम के पास नाली से मिला चाकू
आरोपी देवेश को रिमांड पर लेने के बाद पुलिस ने संजय की हत्या में शामिल चाकू की बरामदगी की है। स्थानीय लोगों के मुताबिक यह चाकू आरोपी देवेश ने जिम के पास ही बड़ी नाली में बरामद किया। टीम ने सफाई कर्मचारियों की मदद से निकालकर अपने कब्जे में लिया। हालांकि पुलिस ने अभी इसकी पुष्टि नहीं की है।
देवेश ने पॉवर लिफ्टिंग में जीते थे कई ईनाम
अंबाला। अपराध की दुनिया में कदम रखने वाला आरोपी देवेश को बॉडी बिल्डिंग और पॉवर लिफ्टिंग का शौक था। लंबे समय से वह ट्रेनर के साथ-साथ अपनी जिम भी चलाकर युवाओं को गुर सिखाता था। इसके साथ-साथ सोशल मीडिया पर भी काफी सक्रिय था। खुद भी पॉवर लिफ्टिंग में कई पुरस्कार भी जीत चुका है। यहां तक कि ट्रैक्टर तो कभी कार उठाते हुए वीडियो भी सोशल मीडिया पर डाल रखे हैं। इतना ही नहीं हथियारों का भी शौक रखते हुए कुछ फोटो डाल हैं।
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