{“_id”:”67b8c9ff8bc8d071ad0168a5″,”slug”:”sanya-is-playing-football-from-gymnastics-and-also-throwing-javelin-ambala-news-c-36-1-amb1002-137988-2025-02-22″,”type”:”story”,”status”:”publish”,”title_hn”:”Ambala News: जिम्नास्टिक से फुटबाल, भाला भी फेंक रही सान्या”,”category”:{“title”:”City & states”,”title_hn”:”शहर और राज्य”,”slug”:”city-and-states”}}
सान्या अपने माता पिता के साथ। संवाद
अंबाला। छावनी के शाहपुर स्थित सैनी परिवार में जन्मी सान्या सैनी अन्य बच्चों के लिए एक मिसाल है। सान्या ने जिम्नास्टिक से लेकर फुटबाल, भाला फेंक और ऊंची कूद में छह पदक अपने नाम किए हैं। सान्या छावनी के राजकीय पीजी कॉलेज में प्रथम वर्ष की छात्रा हैं। वह पढ़ाई के साथ-साथ खेलों में भी आगे हैं। सान्या के भाई बहन भी खेलों में नाम कमा रहे हैं और खेल के दम पर आठ पदक अपने नाम कर चुके हैं।
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खिलाड़ियों को तैयारी करता देख मिली प्रेरणा
पिता अमरीक सिंह ने बताया कि वह छावनी के नागरिक अस्पताल में कंप्यूटर पर डाटा एंट्री ऑपरेटर के पद पर है। उन्होंने बताया जब सान्या पांच साल की थी तो वह उसे छावनी के वार हीरोज मेमोरियल स्टेडियम में घुमाने ले जाते थे। स्टेडियम में अन्य खिलाड़ियों को खेलते देख सान्या के मन में भी खेलने की इच्छा जागी। इसके बाद सान्या पांच साल की उम्र से जिम्नास्टिक काेच सुदर्शन से जिम्नास्टिक सीखना शुरु कर दिया। सान्या ने दसवीं कक्षा तक जिला स्तर, स्टेट तथा राष्ट्रीय स्तर के मुकाबले खेले। इस दौरान सान्या ने चार पदक हासिल किए। इसके बाद सान्या ने जवाहर नवोदय विद्यालय में दाखिला लिया। वहां पर दो साल तक फुटबाल में हाथ आजमाया और नेशनल खेलकर स्वर्ण पदक जीता। इसके बाद सान्या छावनी के राजकीय पीजी कालेज में जिम्नास्टिक के साथ साथ अन्य खेलों में भाग ले रही है। हाल ही में कॉलेज स्तर पर आयोजित भाला फेंक में सान्या ने रजत पदक और ऊंची कूद में स्वर्ण पदक जीता।
बहन और भाई भी कमा रहे नाम
पिता के अनुसार दूसरी बेटी माफिका सैनी केवी नंबर तीन में 11वीं कक्षा में पढ़ रही है। इसके साथ ही वह पांच साल से जिम्नास्टिक खेल रही है। माफिका के पास पदक पांच पदक है वह बैंगलुरू से लेकर गुरुग्राम व अन्य जगह पर मैच खेले हैं। इसके साथ ही छोटा भाई दक्ष सैनी भी चार साल से जिम्नास्टिक खेल रहा है और पदक भी जीत चुका है।